अब पूरे मामले में कांग्रेस, बीजेपी पर राज्य सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगा रही है। उधर, बीजेपी ने भी पलटवार किया है और कहा है कि पुलिस पर हनी ट्रैप मामले को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। पुलिस के हत्थे चढ़े हनी ट्रैप गिरोह के सदस्यों पर राज्य के कई राजनेताओं और आला सरकारी अधिकारियों समेत कई प्रभावशाली लोगों के अश्लील विडियो बनाकर उन्हें फंसाने का संदेह है।
वहीं दूसरी ओर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। दिग्विजय ने कहा है कि हनीट्रैप में भाजपा के पूर्व मंत्री और भाजपा के विधायक फंसे हैं। दिग्विजय ने कहा कि श्वेता विजय जैन भाजपा युवा मोर्चा की महामंत्री थी, तब भाजपा नेता जीतू जिराती अध्यक्ष थे। उधर, जिराती का नाम आने के बाद उन्होंने दिग्विजय के बयान पर जवाब देते हुए कहा है कि वे किसी भी प्रकार की जांच को तैयार हैं।
इस पूरे मामले में राज्य सरकार के एक अन्य मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि हनी ट्रैप मामले में जे भी नाम शामिल है उन सभी को लोगों के सामने लाया जाना आवश्यक है। फिर चाहे वे कितने ही बड़े नेता और नौकरशाह क्यों न हों। उन्होंने कहा, ‘लोकराज में लोकलाज भी होना चाहिए।’ दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘पिछली सरकार के एक मंत्री का नाम सामने आया है, वर्तमान सरकार के एक भी मंत्री का नाम इसमें शामिल नहीं है।’
आपको बता दें कि इस पूरे मामले में मध्य प्रदेश पुलिस ने गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह लोगों को इंदौर और भोपाल से गिरफ्तार किया है। मामले की जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर न किए जाने की शर्त पर बताया कि सभी आरोपियों के पास से जो भी ऑडियो-विजुअल सामग्री पाई गई है उसी के आधार पर संदेह किया जा रहा है कि पिछले एक दशक में कई लोगों को फंसाया जा चुका है।