गृह विभाग के नए नियमों के मुताबिक पुलिसकर्मियों को एक रैंक का प्रमोशन मिलेगा। इसमें आरक्षक को प्रधान आरक्षक के पद पर पदोन्नत किया जा सकेगा। इसके लिए एसपी को डीजीपी से अनुमोदन लेने के बाद पदोन्नति के अधिकार होंगे। प्रधान आरक्षक को असिस्टेंट सब इंस्पेंक्टर बनाने का अधिकार डीआइजी को होगा। वहीं, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर को सब इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर को इंस्पेक्टर रैंक का प्रमोशन देने का अधिकार रेंज आइजी को होगा। प्रत्येक आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के लिए सभी अधिकारियों को डीजीपी का अनुमोदन लेना जरूरी होगा।
– बालाघाट के 18 पुलिसकर्मियों को मिलेगा प्रमोशन
बालाघाट में 9 जुलाई 2019 को मुठभेड़ के दौरान दो नक्सलियों को मार गिराने वाले 18 पुलिसकर्मियों को सरकार आउट ऑफ प्रमोशन दे सकती है। इसमें एक सब इंस्पेक्टर को इंस्पेक्टर, तीन हैड कांस्टेबल को असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और 14 कांस्टेबल को हैड कांस्टेबल बनाने का प्रस्ताव है। इन पुलिसकर्मियों में साहस का प्रदर्शन करते हुए नक्सल विरोधी कार्रवाई में हिस्सा लिया था।
केन्द्र सरकार 26 अगस्त को दिल्ली में नक्सल ऑपरेशन पर बड़ी बैठक करने जा रही है। इसमें नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, डीजीपी सहित अन्य अफसर शामिल होंगे। बैठक में नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर चर्चा होगी। संभावना जताई जा रही है मुख्यमंत्री कमलनाथ इस बैठक में नक्सलियों पर अंकुश करने के लिए हाल ही में हुए नक्सली एनकाउंटर सहित पुलिस को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देने प्रदेश में लागू करने की निर्णय भी बताएंगे।
आतंकवादियों और नक्सलियों की राष्ट्र विरोधी गतिविधियां खत्म करने के लिए जो पुलिसकर्मी अपनी जान जोखिम में डालकर कार्रवाई करते हैं, उन्हें प्रोत्साहन की जरूरी है। इसी को देखते हुए हमने प्रमोशन देने का निर्णय किया है।
– वीके सिंह, पुलिस महानिदेशक
– नंदन दुबे, पूर्व पुलिस महानिदेशक