पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि लूट के रुपए से उन्होंने अपनी कार क्रमांक एमपी 04 सीवाय 8605 से दीवानसिंह की कार का पीछा किया और रतनपुर मोड़ पर रोक कर बारदात को अंजाम दिया। लूट के सरगना कृष्णपाल ने दो-दो हजार रुपए तीनों साथियों को दिए तथा सात हजार रुपए कार की किश्त जमा कर दी। बाकी रुपए खर्च कर दिए। लूट के बाद आरोपी मंदिरों के दर्शन करने भी गए। पुलिस ने कृष्णपाल से घटना में प्रयुक्त कार, मोबाइल, लोहे का हथौड़ा आदि जब्त किए हैं। आरोपियों ने रायसेन, देवनगर, सिलवानी, सुल्तानपुर क्षेत्र से करीब 10-12 मोटर पंप की चोरी करना स्वीकार किया। आरोपियों को पकडऩे जंगल में उनका पीछा करते हुए एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ। आरोपियों की गिरफ्तारी में टीआइ आशीष सप्रे, सउनि सतीश जालवान, हरिओम चौबे, सुरेन्द्र सिसौदिया, श्याम सिंह, विकास, हरवंश बघेल, मनीष त्रिपाटी, सचिन पवैया, कैलाश, संजीव एवं दुर्गेश की सराहनीय भूमिका रही।