यहां अलग-अलग गुटों में रैलियां निकाली और दोपहर में रोशनपुरा चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। इस कारण न्यू मार्केट, रोशनपुरा, पॉलीटेक्निक चौराहा, माता मंदिर, एमवीएम कॉलेज तक जाम लगने से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मंत्रियों के बंगले के सामने धरने पर बैठे
पंचायत सचिव अलग-अलग गुटों में ढोल नगाड़ों के साथ निकले थे, पत्रकार भवन से कोई एमएलए रेस्ट हाउस की ओर गया तो कोई 74 बंगला, माता मंदिर, रोशनपुरा की ओर। इस दौरान कुछ लोगों ने पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले सामने बैठकर धरना देकर विरोध जताया। इसी प्रकार सहकारिता राज्यमंत्री विश्वास सारंग और संजय पाठक के बंगले के सामने भी विरोध प्रदर्शन किया। पंचायत सचिव संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा पंचायत सचिवों के नारे लिखे हुए काली शर्ट पहनकर शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने माता मंदिर, रोशनुपरा चौराहे पर प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।
चार घंटे बने जाम के हालात
न्यू मार्केट, रोशनपुरा, लिंक रोड, मालवीय नगर, माता मंदिर आदि क्षेत्रों में चार घंटे से अधिक समय तक जाम के हालात रहे और वाहन चालक परेशान होते दिखाई दिए। दोपहर 12 बजे से लेकर शाम को 4 बजे तक इस तरह की स्थिति बनती रही। मालवीय नगर में दोपहर 12:30 बजे जाम के हालात रहे, इसके बाद रैली का कॉफिला जब माता मंदिर पहुंचा, तो यहां भी जाम की स्थिति बन गई और माता मंदिर से लेकर टीन शेड तक जाम की स्थित रही, इसी प्रकार दोपहर 2 बजे के बाद रोशनपुरा चौराहे पर बड़ी संख्या में पंचायत सचिव एकत्रित हो गए थे, इसके कारण चौराहे पर जाम की स्थिति बन गई और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके बाद यहां से पंचायत सचिव माता मंदिर होते हुए हर्षवर्धन नगर पहुंचे, इस दौरान पंचायत सचिवों का पूरा हुजूम सडक़ पर रहा और वाहनों को डायवर्ड कर भेजना पड़ा।
शाम को पंचायत सचिवों की एक सभा हर्षवर्धन नगर स्थित खेल मैदान में आयोजित की गई। इस सभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है, तो पंचायत सचिवों को सातवा वेतनमान देंगे, साथ ही सेवाकाल की गणना भी नियुक्ति दिनांक से की जाएगी, संविदा कर्मचारियों के लिए घोषणा पत्र में नियमित करने को शामिल किया जाएगा और संविदा कल्चर खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि तीन महीने बाद कांग्रेस की सरकार बनती है, तो हम कर्मचारियों के कल्याण से ही शुरुआत करेंगे।