लॉ डिपार्टमेंंट की राय के बाद अब डेवलपर के साथ एग्रीमेंट में सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट बनाया जाएगा। इसमें जमीन संबंधी विवाद का निराकरण होगा। मुख्यसचिव की अध्यक्षता वाली साधिकार समिति के इस पर मंजूरी देते ही जमीनी काम शुरू कर दिया जाएगा।
मास्टर प्लान के बाद नगर निगम को जोनवार प्लान बनाने का नियम है, ताकि प्लानिंग का लाभ छोटे स्तर तक पहुंच पाए। यदि मास्टर प्लान में किसी क्षेत्र में लैंडयूज सार्वजनिक व अर्ध सार्वजनिक रखा गया है तो जोनल प्लान में इसका विस्तार देते हुए यह बताया जाता है कि यहां कितने क्षेत्र में अस्पताल, स्कूल, कॉलेज व इसी तरह के निर्माण हो सकेंगे। ट्रैफि क व अन्य सुविधाओं की दस साल के हिसाब से प्लानिंग की जाती है।
इन जोनल प्लान के जाहिर होने का इंतजार
एम्स का जोनल प्लान- 2014 में नगर निगम ने एम्स अस्पताल के पास गतिविधियां बढऩे की स्थिति में इस क्षेत्र के सुव्यवस्थित विकास का प्लान तैयार किया था। बकायदा एक कंसलटेंट की नियुक्ति कर इसके आसपास के करीब 750 हेक्टेयर जमीन को लेकर प्लानिंग बनवाई। प्लानिंग बनवाने के बाद इसपर कोई काम शुरू नहीं किया।
बैरागढ़ का जोनल प्लान- बैरागढ़ के करीब 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल को व्यवस्थित तरीके से विकसित करने के लिए निगम ने 2014 में ही जोनल प्लान बनवाया था। दावा था कि इस प्लान को लागू करने के बाद बैरागढ़ के हर क्षेत्र का समान विकास होगा, लोगों को जरूरी सुविधाएं मिलेगी, अब तक ये बाहर नहीं निकल पाया।
489 कुल सरकारी मकान टूटेंगे
194 सरकारी मकान- राम नगर
120 सरकारी मकान-परी बाजार
147 सरकारी मकान और 03 बैरेक्स एचटी क्वार्टर्स
19 सरकारी मकान- बारा महल
08 सरकारी मकान- अमेरिकन हट्स
01 मकान और 1 स्टोर, आसरा वृद्धाश्रम- पीडब्ल्यूडी स्टोर
560 नए बनेंगे, 304 मकान और आसरा वृद्धाश्रम- राम नगर
28 मकान- पीडब्ल्यूडी क्वार्टर्स
128 मकान- पुलिस लाइन
संजय दुबे, पीएस नगरीय विकास एवं आवास विभाग
लॉ डिपार्टमेंट की राय मिल गई है। अब साधिकार समिति में सप्लीमेंट्री एग्रीमेंट पर मंजूरी के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। अब अंतिम स्टेज पर है।
राजीव जैन, अधीक्षण यंत्री, बीडीए