१५वीं विधानसभा के इस पहले सत्र में विधायकों का शपथ ग्रहण और स्पीकर का चुनाव होगा। चूंकि नई सरकार का यह पहला सत्र है इसलिए राज्यपाल भी सदन को संबोधित करेंगीं। इनके अभिभाषण पर सदन में चर्चा होगी। इसके लिए तैयारी चल रही है। इस सत्र में आम सत्रों की तरह प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण तो नहीं होंगे लेकिन अन्य शासकीय कार्य हो सकते हैं। राज्य सरकार जरूरी विधेयक भी सदन में पेश कर सकती है। सदन में विपक्ष आक्रामक न अपना सके इसके लिए सत्तापक्ष कांग्रेस भी तैयारी से है। तेजतर्रार विधायकों की टीम भी तैयार की जा रही है। वे विधानसभा और राज्य सरकार के अफसरों के लगातार संपर्क में हैं। भाजपा सरकार के १५ साल के कार्यकाल की जानकारी एकत्रित की जा रही है। अधूरी योजनाएं और घोषणाएं कर भूल चुकी भाजपा को सदन में घेरने की तैयारी है।
इसी सत्र में गठित होगी कार्यमंत्रणा समिति – विधानसभा की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके इसलिए इसी सत्र में कार्यमंत्रणा समिति का गठन कर दिया जाएगा। इस समिति में डेढ़ दर्जन सदस्य होंगे। इनमें ९ विधायक सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और अन्य भाजपा सहित अन्य दलों के सदस्य होंगे। समिति के लिए दलों को पत्र लिखकर नाम मांगे गए हैं। सदस्य सुविधा एवं विशेषाधिकार समिति पर भी मंथन चल रहा है।
विधि मंत्री पहुंचे विधानसभा –
विधि मंत्री पहुंचे विधानसभा –
विधि मंत्री पीसी शर्मा ने सोमवार को विधानसभा सचिवालय पहुंचकर प्रमुख सचिव एपी ङ्क्षसह से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ७ जनवरी से शुरू हो रहे सत्र के संबंध में भी चर्चा की।