ऑपरेशन बंद किए महीनों बीत चुके
वेबसाइट पर फ्लाइट आने-जाने, पार्किंग, रेंटल कार, ट्रांसपोर्टेशन व एयरपोर्ट के आसपास की होटलों समेत अन्य जानकारियां हैं। इस पर कुछ गलत जानकारी भी अपलोड हैं। जैसे- इसमें लिखा है कि भोपाल एयरपोर्ट यात्री संख्या के लिहाज से सबसे बड़ा टर्मिनल है। यहां से डोमेस्टिक फ्लाइट्स का संचालन होता है। यहां एयर इंडिया, एलायंस एयर व जेट एयरवेज द्वारा दिल्ली-मुंबई व हैदराबाद के लिए फ्लाइट संचालित की जाती हैं। हकीकत में जेट एयरवेज को ऑपरेशन बंद किए महीनों बीत चुके हैं।
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अमेरिकी शहर के एड्रेस पर रजिस्टर है डोमेन
यह डोमेन नौ जनवरी 2000 को रजिस्टर हुआ था, जो कि नौ जनवरी 2025 तक वैध है। यह वेबसाइट अमेरिका के शहर स्कॉट्सडेल के पते पर रजिस्टर्ड है। यह शहर एरिजोना स्टेट में आता है, जो ग्रेटर फीनिक्स का हिस्सा है। वेबसाइट किसके नाम पर है, इसकी डिटेल को यूजर ने प्राइवेट रखा है।
एयरपोर्ट से लगी उद्योग विभाग की 50 एकड़ जमीन देंगे कार्गो हब के लिए
राजा भोज एयरपोर्ट पर कार्गो हब बनाने के लिए 50 एकड़ जमीन प्रशासन को मिल गई है। उद्योग विभाग को कई साल पहले आवंटित जमीन वापस लेकर कार्गो हब के लिए दी जाएगी। कलेक्टर ने संबंधित विभाग को पत्र लिखकर एनओसी वापस मांगी है। एक-दो दिन में एनओसी मिलने के बाद कार्गो हब के लिए जमीन अलॉट कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि कार्गो हब के लिए एयरपोर्ट पर जिस जगह कार्यालय खोला है, वहां कम पड़ रही थी। कुछ दिन पहले संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने कार्गो हब कार्यालय का निरीक्षण किया था और सितंबर के आखिरी सप्ताह में इसके उद्घाटन की बात कही थी। राजा भोज एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल भवन पर बन रहे कार्यालय में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, एक्स-रे मशीन, एक्सप्लोसिव ट्रेस डिटेक्टर समेत एयरपोर्ट क्लीयरेंस काउंटर की व्यवस्था की जा चुकी है। कार्गो हब बनने से व्यापारियों को यहां माल रखने में आसानी होगी।
तीन एयरलाइंस कंपनियों की रुचि
एयर कार्गो के लिए स्पाइस जेट, एयर इंडिया और इंडिगो आगे आई हैं। भोपाल समेत आसपास के शहरों की टेक्सटाइल इंडस्ट्री, सब्जी, दवाओं समेत अन्य गुड्स का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले व्यापारियों को 1660 टन माल इंदौर एयरपोर्ट से अन्य राज्यों को जाता है। अब भोपाल से ये सुविधा मिलेगी।
एयरपोर्ट के नजदीक 50 एकड़ जमीन मिली है। उद्योग विभाग को अलॉट की गई जमीन को वापस लेकर कार्गो हब के लिए दी जाएगी।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर