भोपाल

सुविधाओं के अभाव में झीलों की नगरी का सौंदर्य नहीं देख पा रहे पर्यटक

भोपाल। एमपी टूरिज्म राजधानी में पर्यटन को बढ़ावा देने की बात तो करता है पर पर्यटकों को सुविधाएं देने में फिसड्डी साबित हो रहा है। बाहर से भोपाल आने वाले पर्यटकों को राजधानी में भ्रमण के लिए मात्र एक ट्रैक्टर-ट्राली ही है, जिसकी भी क्षमता मात्र 30 लोगों की ही है। ऐसे में चाहकर भी बाहर से आने वाले पर्यटक झीलों की इस नगरी का दर्शन नहीं कर पाते। राजधानी के साथ ही इससे लगा प्रसिद्ध बौद्ध स्तूप सांची, शिव मंदिर भोजपुर, भीम बैठका, उदयपुर, इस्लाम नगर आदि स्थलों पर भी नहीं पहुंच पाते। हर वर्ष यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या को देखें, तो यहां भ्रमण के लिए और वाहनों की जरूरत है।

भोपालSep 28, 2018 / 10:43 am

Kuldeep Saraswat

पर्यटन निगम ने 2009 में भोपाल भ्रमण के लिए टै्रक्टर-ट्राली की सुविधा शुरू की थी। इसे चलाने का उद्देश्य बाहर से पर्यटन निगम ने 2009 में भोपाल भ्रमण के लिए टै्रक्टर-ट्राली की सुविधा शुरू की थी। इसे चलाने का उद्देश्य बाहर से आने वाले यात्रियों को भोपाल का दर्शन कराना था। इसमें मात्र 30 यात्रियों के लिए जगह होने व धीमी गति से चलने से पर्यटकों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। इसमें 150 रुपए प्रति यात्री किराया देना पड़ता है।

 

निगम सूत्रों के मुताबिक इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाता तो पर्यटकों की संख्या के साथ निगम का रेवेन्यू बढ़ता। फिलहाल इसमें ऑनलाइन बुकिंग कराने वाले पर्यटक ही भ्रमण कर सकते हैं। यह वाहन सुबह 11 बजे होटल पलाश टीटी नगर से पर्यटकों को लेकर चलता है, जो शाम 4.30 तक एक दर्जन स्थानों को दिखाकर वापस पहुंच जाता है।आने वाले यात्रियों को भोपाल का दर्शन कराना था। इसमें मात्र 30 यात्रियों के लिए जगह होने व धीमी गति से चलने से पर्यटकों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। इसमें 150 रुपए प्रति यात्री किराया देना पड़ता है।

 

इन स्थानों पर जा सकते हैं पर्यटक
इस वाहन से पर्यटक भोपाल के एक दर्जन स्थानों को देख सकते हैं। पलाश होटल से चलकर यह वाहन बिड़ला मंदिर पर 20 मिनट के लिए रुकता है। विधानसभा, वल्लभ भवन, चिनार पार्क, गांधी भवन पहुंचता है। यहां 20 मिनट रुककर इकबाल मैदान, सदर मंजिल, ताजुल मस्जिद, मोतिया मस्जिद से वीआइपी रोड होकर वोट कल्ब पहुंचता है। यहां से मानव संग्रहालय और स्टेट म्युजियम के बाद पलाश होटल पहुंचता है।

 

जिम्मेदार बोले…
पर्यटन निगम द्वारा भोपाल में आने वाले पर्यटकों के लिए काफी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। निगम पर्यटकों की संख्या को देखते हुए पर्यटक वाहन की संख्या में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इस दिशा में जल्द की सकारात्मक पहल की जाएगी।
तपन भौमिक, अध्यक्ष, पर्यटन विकास निगम


इस वाहन को भोपाल रेल्वे स्टेशन से चलाएं, तो पर्यटकों को इसका लाभ मिलेगा। कई बार पर्यटकों को भोपाल स्टेशन पर जानकारी नहीं होने से वे निजी वाहन से जाते हैं। ये वाहन चालक उनसे 1500 से 2000 रुपए तक वसूल लेते हैं। पर्यटन निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए।
विश्वजीत, पर्यटक हैदराबाद

 

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