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अपराध संभावित क्षेत्रों को छोड़ मेन रोड पर गश्त करती है तीन थानों की पुलिस

locationभोपालPublished: Oct 08, 2018 08:58:04 am

Submitted by:

Kuldeep Saraswat

बागसेवनिया, कटारा, जाटखेड़ी, रजत विहार में रात को नहीं पहुंचती पुलिस की गाड़ी

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अपराध संभावित क्षेत्रों को छोड़ मेन रोड पर गश्त करती है तीन थानों की पुलिस

भोपाल/होशंगाबाद रोड। आरआरएल तिराहे से ११ मील और इधर कटारा तक करीब 80 कॉलोनी हैं। इनकी सुरक्षा की दृष्टि से तीन थाने बागसेवनिया, कटारा और मिसरोद बनाए गए हैं। इन थानों के गश्त वाहन होशंगाबाद रोड पर तो रात को हर 5 से 10 मिनट में घूमते दिख जाते हैं, पर साकेत नगर, अमराई, बागसेवनिया, जाटखेड़ी, रजत विहार, कटारा, लहारपुर क्षेत्र में रात को पुलिस की गाड़ी खोजने पर भी नहीं मिलती है। अपराध संभावित क्षेत्र में नियमित पुलिस गश्त नहीं होने का सवाल उठता है तो पुलिस के आला-अफसर बल की कमी बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं। आबादी क्षेत्र में नियमित पुलिस के गश्त नहीं करने को लेकर आपराधिक घटनाएं होने का भय बना रहता है।

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गश्त के दौरान बागसेवनिया, मिसरोद और कटारा तीनों थाने की पुलिस का फोकस मेन रोड पर होने के पीछे लोग कई कारण बतााते हैं। पहला कारण तो यह बताया जाता है कि पुलिसकर्मी गश्त के दौरान रात को सड़क किनारे चाय, पान की दुकान लगाने वालों से अवैध वसूली करते हैं और दूसरा यह कि पुलिसकर्मी रात को घूमने वाले स्टूडेंट्स को भी खाफी का भय दिखाकर जेब गर्म कर लेते हैं। पुलिस पर यह भी आरोप लगाए जाते हैं कि रात को अवैध रेत के डंपर और पशुओं से भरे ट्रकों के चालकों से भी हाइवे पर वसूली करती है। पुलिसकर्मी अवैध वसूली के चक्कर में बस्तियों के अलावा मेन रोड पर गश्त करने में ज्यादा रुचि लेते हैं।

दो लाख से अधिक की आबादी
आरआरएल तिराहे से 11 मील तक बसी 80 के अधिक कॉलोनियों में दो लाख से अधिक की आबादी निवास करती है। पुलिस का बस्तियों में गश्त नहीं करना यहां रहने वाले लोगों की सुरक्षा व्यवस्था को खतरा पैदा करने वाला है। इस क्षेत्र में अपराध भी ज्यादा होते हैं। अयोध्या बायपास और होशंगाबाद हाइवे नजदीक होने के कारण इस क्षेत्र में दूसरे जिलों के अपराधी आसानी से प्रवेश कर जाते हैं और अपराध करने के बाद भागने के लिए भी हाइवे होने के कारण वाहन आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होना चाहिए।

 

जिम्मेदार बोले…
– पुलिस को आबादी क्षेत्र में गश्त करने पर ज्यादा फोकस करना चाहिए। बस्ती में चोरी, लूट की अधिकांश वारदात रात के समय ही होती है। होशंगाबाद रोड क्षेत्र की कॉलोनियों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था भी नहीं है।
जगदीश मालवीय, निवासी साकेत नगर
– पुलिस रात को मेन रोड पर चाय, नाश्ता की दुकान लगाने वाले और अकेले घूमने वाले स्टूडेंट्स से वसूली करती है। बस्ती में गश्त करेंगे तो रहवासियों से क्या मिलेगा? ये लोग अपने फायदे के लिए रात को मेन रोड पर घूमते हैं।
रामदीन यादव, निवासी मिसरोद
– कटारा थाने की पुलिस आबादी क्षेत्र में ही घूमती है। होशंगाबाद रोड से मिसरोद और बागसेवनिया थाने की गाड़ी निकलती होंगी। हमारे पास एक ही गाड़ी है, जो रात में अयोध्या बायपास और कटारा क्षेत्र में गश्त करती है।
केवल दांगी, टीआई थाना कटारा

 

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