स्वास्थ्य कर्मियों पर हुए हमले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले वालों से कहा है कि वे कोरोना के खिलाफ लड़ाई जारी रखें। आपकी सुरक्षा की पूरी जवाबदारी हमारी है। उस घटना में शामिल सभी अराजक तत्वों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। चौहान ने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि लोगों की जिंदगी के लिए जरूरी है आप अपने काम में जुटे रहें।
मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के 9वें दिन सभी शहरों में सन्नाटा पसरा रहा। लोग जरूरत का सामान खरीदने के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। सभी जिलों से सख्ती के साथ लॉकडाउन का पालन कराने की खबरें आ रही हैं।
देशभर में अब तक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1764 हो गई है, जबकि 50 मरीजों की मौत हुई है। 151 लोग ठीक भी हुए हैं। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए सभी राज्यों और उनकी सीमा पर 21486 रिलीफ केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 6 लाख से अधिक लोगों को ठहराया है और 25 लाख लोगों को भोजन की सुविधा दी जा रही है।
इधर, दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मजहबी जलसे में मध्यप्रदेश से भी 107 लोग गए थे। इनमें भोपाल के 36 लोग भी शामिल हुए थे। सभी व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धार्मिक कार्यक्रम के सिलसिले में जो भी व्यक्ति घूम रहे हैं, उनकी यात्रा का विवरण प्राप्त कर उचित कदम उठाएं। इनके अलावा जिस व्यक्ति में भी बीमारी के लक्षण दिखाई दें, उनके इलाज की तुरंत व्यवस्था करें।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से एक बार फिर अपने घरों में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें #Corona को हर हाल में हराना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इसे हराने का सबसे प्रभावी उपाय है ‘Total Lockdown’।
पत्रिका की अपील है कि आप भी अपने परिवार के साथ घरों में रहें और सुरक्षित रहें।