मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के नागरिकों को डरने की जरूरत नहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जरूरतमदों के खाते में सरकार की ओर से पैसा भेजा जा रहा है। चौहान ने कहा जो लोग रोज कमाते हैं और खाते हैं, उनके लिए सरकार ने तीन माह के राशन की व्यवस्था की है। हर जिले को दो हजार क्विंटल अतिरिक्त अनाज आवंटित किया गया है।
चौहान ने लोगों का आव्हान किया कि आज 5 अप्रैल को रात 9 बजे से 9 मिनट तक अपने घरों में टार्च, मोमबत्ती या मोबाइल फ्लैश जलाकर अंधेरे से हम मिलकर लड़ेंगे।
इधर, एक ट्वीट संदेश के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशवासियों को याद दिलाया है कि वे आज रात 9 बजे 9 मिनट तक अपने घरों की लाइट बंद करके दीया, मोमबत्ती और मोबाइल के टार्च जलाकर इस महामारी के इस अंधकार को चुनौती देंगे।
लॉकडाउन के 12वें दिन मध्यप्रदेश के सभी शहरों में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग जरूरत का सामान खरीदने के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। प्रशासन भी लॉकडाउन का पालन सख्ती से करा रहा है। इंदौर में टोटल लॉकडाउन के चलते कल से डोर टू डोर जरूरत का सामान पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
इधर, सीबीएसई ने बच्चों और अभिभावकों को राहत देते हुए कहा है कि वोकेशनल समेत विभिन्न विषयों की 10वीं और 12वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षा अब नहीं होगी। लॉकडाउन के चलते यह निर्णय लिया गया है। सीबीएसई 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही कक्षा एक से 9 और 11वीं के छात्रों की परीक्षा के लिए बोर्ड की ओर से गाइडलाइन जारी कर दी गई है। सीबीएसई के इस फैसले 31 लाख बच्चों को राहत मिली है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन का बयान आया है। उन्होंने हरियाणा के झज्जर में कैंसर इंस्टीट्यूट के दौरे के वक्त मीडिया से कहा है कि हमने संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी तरीके अपनाए हैं। लोग लॉकडाउन को जितनी सख्ती से पालन करेंगे। सोशल डिस्टेंस बनाकर रखेंगे। देश उतनी ही जल्दी इस बीमारी से बाहर निकल जाएगा।
पत्रिका की अपील है कि आप भी अपने परिवार के साथ घरों में रहें और सुरक्षित रहें।