गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि सभी राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति संतोषजनक है। सभी राज्यों और उनकी सीमा पर 21486 रिलीफ केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 6 लाख से अधिक लोगों को ठहराया है और 25 लाख लोगों को भोजन की सुविधा दी जा रही है।
इधर, मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 87 पर पहुंच गई है और पांच मरीजों की मौत हो गई। इंदौर शहर में ही यह आंकड़ा 63 पहुंच गया है। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह का कहना है कि यह आंकड़ा बढ़कर 200 तक जा सकता है। उन्होंने एक बार फिर सभी से अपने घरों में ही सुरक्षित रहने की अपील की है। इसके अलावा जबलपुर में 8, भोपाल में 4, उज्जैन में 7, ग्वालियर में 2 और खरगौन में 1 मरीज मिला है। जबकि इंदौर के तीन और उज्जैन के दो मरीजों की मौत हो चुकी है।
इधर, दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मजहबी जलसे में मध्यप्रदेश से भी 107 लोग गए थे। इनमें भोपाल के 36 लोग भी शामिल हुए थे। सभी व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धार्मिक कार्यक्रम के सिलसिले में जो भी व्यक्ति घूम रहे हैं, उनकी यात्रा का विवरण प्राप्त कर उचित कदम उठाएं। इनके अलावा जिस व्यक्ति में भी बीमारी के लक्षण दिखाई दें, उनके इलाज की तुरंत व्यवस्था करें।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता से एक बार फिर अपने घरों में रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि हमें #Corona को हर हाल में हराना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इसे हराने का सबसे प्रभावी उपाय है ‘Total Lockdown’।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा है जिसमें उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन में आमजन को दैनिक जीवन में उपयोग आने वाली सामग्री मिलने में भी कठिनाई हो रही है। कमलनाथ ने कहा है कि पात्र परिवारों को उचित मूल्य की दुकानों से अब तक मुफ्त राशन का वितरण शुरू नहीं हो हुआ है।
पत्रिका की अपील है कि आप भी अपने परिवार के साथ घरों में रहें और सुरक्षित रहें।