स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने कहा कि क्योंकि विकसित विदेशों के मामले में देखने में आया है कि एक व्यक्ति ने 100 से अधिक लोगों को संक्रमित किया। इसलिए किसी भी दिन हमारी सतर्कता कम न हो।
अग्रवाल ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन का सौ प्रतिशत पालन होना चाहिए। लापरवाही बरतने पर कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में हम पीछे रह जाएंगे। उन्होंने दोहराया कि किसी भी व्यक्ति को कोई लक्षण नजर आएं, तो छुपाए नहीं तुरंत जांच कराएं।
गृहमंत्रालय ने भी प्रेस कांफ्रेस में कहा कि हर राज्य की सीमाओं पर लाकडाउन का पालन हो रहा है। स्थिति नियंत्रण में हैं। गृह मंत्रालय की प्रवक्ता ने यह भी कहा है कि मकान मालिक इन हालातों में लोगों से घर खाली न करवाएं और न ही उनसे किराया मांगे।
इधर, मध्यप्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 47 पर पहुंच गई है। सबसे ज्यादा 27 मरीज इंदौर में है। इसके अलावा जबलपुर में 8, भोपाल में 3, उज्जैन में 5, शिवपुरी में 2 और ग्वालियर में 2 संक्रमित मिले हैं। जबकि अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें दो इंदौर और दो उज्जैन के थे। इंदौर में लगातार बढ़ती मरीजों की संख्या को देखते हुए इसे हाईरिस्क पर रखा गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देशभर में अब तक 1071 पॉजिटिव केस सामने आए हैं और 29 मौत हुई हैं। 99 मरीज ठीक हुए हैं। हालात को देखते हुए विदेश से मास्क और वेंटिलेटर मंगाए गए हैं। साथ ही देशभर में 113 लैब और 47 प्राइवेट लैब को भी अधिकृत किया है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को लॉकडाउन के बीच शहर का जायजा लिया। इस दौरान वे भोपाल के आईटीआई महिला होस्टल भी गए। उन्होंने वहां घर-परिवार से दूर रह रही छात्राओं से बात की और कहा कि आप सभी को किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। चौहान ने छात्राओं को हिम्मत बंधाई कि यह कुछ दिन की समस्या है हम मिलकर लड़ेंगे और कोरोना को परास्त करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने लॉकडाउन के बीच काम करने वाले कर्मवीरों से भी बात की और उन्हें भी प्रोत्साहित किया।
चौहान ने एक बार फिर सभी से अपने-अपने घरों में ही रहने की अपील की है।