यह जानकारी प्रकाश जावड़ेकर ने एक प्रेस कांफ्रेस में दी। जावड़ेकर ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया है। पहला निर्णय यह है कि सभी सांसद सालभर तक 30 फीसदी वेतन कम लेंगे। जबकि दूसरा बड़ा फैसला यह है कि आगामी दो वित्तीय वर्षों तक सांसद निधि को निलंबित किया गया है। यानी दो वर्षों तक सांसदों को मिलने वाली 10-10 करोड़ की राशि भी देश के फंड में जाएगी, जो कोविड-19 की लड़ाई में सहयोग करेगी। यह राशि 7 हजार 9 सौ करोड़ रुपए होगी।
इसके अलावा स्वास्थ्य मत्रालय ने प्रेस कांफ्रेस में कहा है कि देशभर में अब तक 4067 पॉजिटिव मामले आ चुके हैं, वहीं 109 लोगों की मौत हुई है। 292 संक्रमित लोग ठीक भी हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने बताया कि सभी संक्रमित लोगों में 76 फीसदी पुरुष और 24 फीसदी महिलाएं हैं। जबकि 47 फीसदी लोग 40 साल की उम्र से नीचे हैं।
मध्यप्रदेश में अब तक 216 संक्रमित पाए गए हैं, वहीं कुल 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इंदौर की बात करें तो यहां अब तक 135 पॉजिटिव केस मिले हैं और 9 लोगों की मौत हुई है।
भोपाल में भी एक साथ 23 नए पॉजिटिव मरीज मिलने से हड़कंप मचा हुआ है, जबकि इन मरीजों में 8 पॉजिटिव स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी भी हैं। भोपाल में अब तक 46 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, इनमें से 20 लोग तब्लीगी जमात के हैं, जो पिछले दिनों दिल्ली के मरकज में शामिल हुए थे।
भोपाल और इंदौर में कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ता देख दोनों जिलों में टोटल लॉकडाउन कर दिया गया है। बढ़ते संक्रमण के चलते इंदौर के बाद अब भोपाल को भी टोटल लॉकडाउन करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कई क्षेत्रों को सेनेटाइज किया जा रहा है।
भोपाल जिला प्रशासन ने मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब शहर के सभी निजी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को तैयार रहने को कहा है। निजी मेडिकल कॉलेज और दो निजी अस्पताल मैं फिलहाल आइसोलेशन बेड और अन्य सुविधाओं को इमरजेंसी के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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