बस हादसों पर रोक लगाने के लिए परिवहन आयुक्त सभी आरटीओ को निर्देशित कर चुके हैं लेकिन फिर भी लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं। परिवहन आयुक्त कह चुके हैं कि बस तेज गति से चलती मिलने पर परमिट निरस्त कर दिया जाए। दुर्घटना होने पर बस मालिक के खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किए जा रहे हैं।
परिवहन अधिकारियों के अनुसार भोपाल का व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग कंट्रोल एंड कमांड सेंटर 1 अगस्त से हर हाल में चालू कर दिया जाएगा। पहले यह 1 जुलाई से चालू होने वाला था लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कत आ गई। वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इस सेंटर के चालू होने के बाद बसों की गति पर नियत्रंण किया जा सकेगा।
सभी लोक परिवहन वाहनों में मोटर व्हीकल ट्रेकिंग डिवाइस व पेनिक बटन (आपातकालीन बटन) लगाने के लिए भी अधिसूचना जारी कर दी गई है। कमांड सेंटर शुरू होने के बाद बसों की स्पीड पर लाइव नजर रखी जा सकेगी। बस परमिट में तय किए गए समय से ही निकल सकेंगी और बीच में भी कम या ज्यादा समय तक नहीं रूक सकेंगी। कोई बस अपने गंतव्य तक तय समय से कम में पहुंच जाती है,तो स्पष्ट हो जाएगा कि चालक ने बस तेज गति से चलाई है। फिर बस चालक, संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।