होशंगाबाद स्थिति गार्डन की ही बात करें तो यहां पर मार्च के महीने से अभी तक लगभग 17 बुकिंग थी लेकिन सारी कैसिंल हो गई हैं। वहीं दिसंबर में सिर्फ दो बुकिंग हैं। ऐसे ही हालात शहर के अन्य मैरिज गार्डन और शादी हॉल के हैं। ये सभी आयोजनों को तरस गए हैं।
वहीं ईटखेड़ी में रहने वाले जावेद बताते है कि वे टैंट का काम करते हैं लेकिन बीते छह महीनों से कारोबार ठप पड़ा हुआ। कोई भी आयोजन के न होने के कारण बुकिंग पूरी तरह से बंद पड़ी हैं। जिसके चलते अब घर के खर्चे चलना मुश्किल हो गया है। धीमे-धीमे जमा पूंजी भी खत्म हो रही है जिसके कारण अब पत्नी को गहनों को गिरवी रखकर घर का खर्चा चलाना पड़ रहा है।
यहीं हाल बैंड-बाजा वालों का भी है। सोशल डिस्टेंस के चलते सभी त्यौहार, शादी, पार्टियां सब-कुछ पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। विघा नगर में रहने वाले नितिन बताते है कि लॉकडाउन के बाद से इस साल एक भी बुकिंग नहीं मिली है। जिसके चलते घर पर ही बैठे हुए हैं। शाम को सब्जी का ठेला लगाकर जीवन-यापन कर रहे हैं।