इस बात को ध्यान में रखते हुए बीजेपी नेताओं को स्थानीय स्तर पर मतदाताओं की नाराजगी को दूर करने की बात कही गई है। इसके साथ ही आरएसएस व उसके अनुषांगिक संगठनों ने मतदाताओं से संपर्क साधने का काम शुरू कर दिया है। आरएसएस मतदाताओं को बीजेपी के पक्ष में वोट करने के लिए अपील कर रहा है। वहीं, दूसरा कारण है कि पंद्रह सालों से प्रदेश में भाजपा की सरकार है ऐसे में एंटी इंकबेंसी का फैक्टर भी देखने को मिल रहा है जिस कारण भाजपा के खिलाफ मतदाओं की नराजगी है। ऐसे में नराजगी दूर करने के लिए अब संघ कार्यकर्ता लोगों के बीच जाकर लोगों को वोटिंग के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
दोनों ही दलों में टिकट को लेकर मंथन: दोनों ही दलों में टिकटों को लेकर मंथन चल रहा है। भाजपा ने अभी तक 192 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं जबकि कांग्रेस 184 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर चुकी है। दोनों ही दलों में टिकट के वितरण के बाद बगावत नजर आ रही है।