काबाईड के सामने जेपी नगर में लगे हेंडपम्पों को बंद कर दिया गया है, उनके पास पानी की टंकियां खर्चे व पीने के पानी के लिए रखी हुई थी। नल कनेक्शन यहां चार इंच मोटी कोलार की पाइप लाइन से रहवासी क्षेत्र में दिए गए है। जिसमें सुबह साढ़े आठ बजे से साढ़े नौ बजे तक आता है,लेकिन सोमवार को पानी नहीं आने से लोग भीड़ लगाकर पानी की टंकियों से पानी भर रहे थे।
यूनियन कार्बाइड परिसर के चारों ओर यूं तो दीवार लगी हुई है,लेकिन कारखाने के चारों ओर झुग्गियों का कब्जा बढ़ता जा रहा है। कारखाने की पीछे की ओर रेलवे पटरी के पास दीवार से सटकर भी झुग्गी की पूरी श्रंखला बढ़ती जा रही है। यहां पीने के पानी के लिए नल, सड़क, नाली, बिजली आदि की व्यवस्था नहीं है। नीचे पुल के दूसरी ओर आरिफ नगर के पीछे वाले हिस्से से व्यवस्था चलती है। झुग्गी वाले यहां दीवार फांडकर कारखाने अंदर घुस रहे हैं।
मुख्य सड़क पर कारखाने की दीवार को कई जगह से तोड़कर लोगों ने रास्ता निकाल लिया है। उसमें घुस कर लोग मवेशी चराने जा रहे थे। इतना ही नहीं लोग अंदर खेल भी रहे थे। तीन लड़के अंदर भी कारखाने में घुसते हुए भी दिखाई दिए है। इतना ही नहीं लोग अंदर कचरा फैंक भी रहे है, जबकि बाहर स्मार्ट डस्टबिन कई जगह रखी हुई है। रहवासी मोहम्मद रियाज खान ने बताया कि घर से कचरा लेने वाले ही यहां ज्यादा कचरा फैककर जा रहे है। पुलिस वाले व चौकीदार यहां मना भी करता है,लेकिन कोई सुनता नहीं है।
सड़क किनारे बने स्टेचू के आसपास सालभर गंदगी, कचरा, फैला रहता है,लेकिन बरसी को लेकर सोमवार को यहां रंगाई-पुताई का काम शुरू कर दिया गया। इस स्टेचू के चारों और जरुर कु छ फुल पड़े थे। लोगों ने बताया कि इसके पास ही कारखाना लगा हुआ है। जिसमें कारण लोग यहां आकर बैठते ही नहीं बड़ी टायलेट भी कर जाते है। कुछ लोग तो इसकी फैंसिंग पर ही कपड़े-बिस्तर सुखा देते है।