मिनिमम गारंटी हटना चाहिए…
चुनाव में व्यापारियों की भी अहम भूमिका होती है, पर सरकार बनने के बाद हमारी मांगें नजरअंदाज कर देते हैं। जीएसटी की प्रक्रिया काफी जटिल है। बार आदि के लिए मिनिमम गारंटी फिक्स कर रखी है। इससे व्यवसाय बढऩे की बजाय कम हो रहा है। हर साल लाइसेंस फीस बढ़ाने से व्यापार पर फर्क पड़ रहा है।
जसतेज सिंह, होटल व्यवसायी
ऑनलाइन ट्रेड को रोकना होगा….
ऑनलाइन व्यवसाय ने सभी तरह के व्यापार को चोपट कर दिया है। आज आदमी पैन से लेकर बड़े -बड़े घरेलू जरूरत का सामान ऑनलाइन मंगाने लगा है। इससे रिटेल और होलसेल बाजार खत्म होते जा रहे हैं। मॉडल टे्रड की परचेज बढ़ गई है। चुनाव में जीतने वाले जनप्रतिनिधियों को इस पर ध्यान देना होगा।
रमेश विनयानी, होटल कारोबारी
बाजारों में जरूरी है पार्किंग व्यवस्था…
व्यापार को बढ़ावा देने के लिए शहरों में पार्किंग की सबसे ज्यादा जरूरत महसूस हो रही है। बाजारों में पार्किंग की व्यवस्था का चुनावी घोषणापत्र में उल्लेख करना चाहिए। सरकार ने जीएसटी की व्यवस्था करके कई तरह के टैक्सों से राहत तो दी है, लेकिन इसकी प्रक्रिया काफी जटिल है।
मुरली हरवानी, डेयरी एवं रेस्त्रां संचालक
सरकार जरूरतमंद को ही बांटे धन
सरकार खुले हाथ से लोगों को बांट रही है, योजनाओं का लाभ दे रही है लेकिन कई जरूरतमंदों को इसका फायदा ही नहीं मिलता। आज रोजगार की काफी कमी है। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही। ऐसे में रोजगारों का सृजन करना होगा। बिजनेस में काफी संभावनाएं है। इसके लिए मन से प्रयास करने चाहिए।
नरेश खुल्लर, डेयरी एवं रेस्त्रां कारोबारी
टैक्स की दर कम होना चाहिए….
आज रोजगार बढ़ाने की काफी आवश्यकता है। रोजगार किस तरह बढ़ाया जाए, हर पार्टी चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में इसका उल्लेख करे। व्यापार की बात करें तो बार में 18 प्रतिशत की दर से टैक्स लग रहा है, इसे पहले की तरह 5 प्रतिशत किया जाना चाहिए। इससे सरकार का रेवेन्यू कम नहीं होगा।
गुरमीत सिंह, होटल व्यवसायी
बिजनेस के हिसाब से बात करें तो कोई भी पार्टी आए इससे फर्क नहीं पड़ता बल्कि पॉलिसी अ’छी होनी चाहिए ताकि विकास के साथ रोजगार भी बढ़ता रहे। बिजनेस बढ़ेगा तो युवाओं को काम मिलेगा और रोजगार की समस्या खत्म होगी। हमारे बिजनेस में एक्साइज ड्यूटी बहुत ज्यादा लग रही है। इसे कम होना चाहिए।
हरविंदर सिंह, होटल व्यवसायी
प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में काम हो रहा है, लेकिन व्यापारिक वर्ग को कुछ समस्याएं जीएसटी से आ रही हैं। उनका सरलीकरण होना जरूरी है। रिटर्न भरते समय सिस्टम कई बार काम करना
बंद कर देता है। इससे व्यापारी वर्ग के साथ सीए को भी परेशानी होती है। इसमें सुधार की आवश्यकता है।
समीर सेठ, होटल व्यवसायी
पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश में काफी संभावनाएं हैं, लेकिन राजधानी भोपाल की ही बात करें तो यहां के जो टूरिज्म स्पॉट हैं, उन्हें नेशनल लेवल पर अच्छी तरह प्रमोट नहीं किया जा रहा। इसके अलावा एयर कनेक्टिविटी की भी कमी है, जिससे निवेश को बढ़ावा नहीं मिल रहा। साथ ही कन्वेशन हॉल की भी
कमी है।
दिनेश इतनानी, होटल व्यवसायी