शरीर की सफाई यानि बॉडी को डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है। जंक फूड खाने, एक्सरसाइज न करने और कम पानी पीने से शरीर में गंदगी जमा हो जाती है. इससे शरीर में कई समस्याएं पैदा हो जाती हैं। आप इन लक्षणों से पहचान सकते हैं कि बॉडी को डिटॉक्स की जरूरत है…..
-शरीर से स्मैल आना
– पेट खराब होना
-हार्मोन्स बैलेंस बिगड़ना
-चेहरे पर मुंहासे निकलना
-नींद लेने में परेशानी
अपनाएं ये उपाय
लेमन डिटॉक्स ड्रिंक- नींबू विटामिन सी से भरपूर होता है, जो चयापचय को बढ़ाता है और शरीर से गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है। नींबू एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट है, जो आपके शरीर को फ्री रैडिकल्स से बचाता है। एक अध्ययन के अनुसार, लेमन डिटॉक्स डाइट भी शरीर में वसा को कम कर सकता है। इसे लेने के लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में, 1/2 नींबू और 1-2 चम्मच शहद मिलाएं। इसे रोज सुबह खाली पेट पिएं।
ग्रीन टी का सेवन करे – रोजाना सुबह ग्रीन टी लेने से शरीर के टोक्सिन बाहर निकल जाते है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते है जो विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है।
शुगर वाली चीजे कम ले – शरीर को डेक्सीफिकेशन करने के लिए शुगर वाली चीजे बहुत कम खाएं क्योंकि शुगर की अधिक मात्रा शरीर के लिए हानिकारक होती है। लोगो को मीठे खाद्य पदार्थो से बचना चाहिए। शरीर में अधिक मिठास होने पर इन्सुलिन प्रभावित होता है और शुगर की बीमारी होने का जोखिम बढ़ जाता है। आप शरीर को स्वस्थ रखने वाले भोजन का सेवन करना चाहिए।
दही- दही एक प्राकृतिक प्रोबायोटिक है, जो आंत के हेल्दी बैक्टीरिया का ख्याल रखता है। इससे पाचन की समस्या दुरुस्त होती है। दही का दैनिक सेवन आपके शरीर में प्रोबायोटिक्स के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, जो बदले में, आंत को शुद्ध करने में मदद कर सकता है। प्रतिदिन 1 से 2 बार बिना चीनी या फल के सादा दही लें।
कच्ची सब्जी का जूस- कच्ची सब्जियों से निकाला गया जूस पीना आपके कोलन को साफ करने और आपके शरीर को डिटॉक्स करने में काफी मददगार है। इसकी के साथ यह वेट को भी बैलेंस करने में मदद करता है। दिन में कई बार आपको अपनी डाइट में पालक, चुकंदर, गाजर, टमाटर और ककड़ी का रस पीना चाहिए।
नोट: डिब्बाबंद या तैयार किए गए रस से बचें, क्योंकि उनमें पोषक तत्वों और खनिजों की कमी होती है।
नींद बड़ी जरूरी
शहरी जीवनशैली का तनाव, दफ्तर में लगातार काम का दबाव या देर रात टीवी देखने की आदत की वजह से थकान खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। देर रात की बजाय जल्दी सो जाएं, तो यह शरीर के लिए बेहतर होगा। 7-8 घंटे की नींद शरीर से थकान और दर्द दूर कर देती है। सोते समय कमरे का तापमान संतुलित रहना चाहिए।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की पत्रिका न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.