वायरल तस्वीर में ज्योतिरादित्य सिंधिया कार के अंदर बैठे हैं और केपी यादव कार के आगे खड़े होकर उनके साथ सेल्फी ले रहे हैं। बीजेपी ने जब केपी यादव को गुना से उम्मीदवार बनाया तो सिंधिया के समर्थक इस तस्वीर के सहारे केपी का मजाक उड़ाते थे। चुनावों के दौरान यह कहा जाता था कि महाराज के साथ सेल्फी लेने वाला शख्स क्या उन्हें हराएगा। अब केपी यादव करीब एख लाख तेइस हजार वोटों से चुनाव जीत गए हैं।
इसके बाद सोशल मीडिया पर यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है। दरअसल, केपी यादव पहले गुना में ज्योतिरादित्य सिंधिया के ही सहयोगी थे। बीजेपी में शामिल होने से पहले तक वे उनके सांसद प्रतिनिधि भी थे। विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी में आए केपी यादव को मुंगाबली से टिकट मिला था लेकिन वो चुनाव हार गए।
लोकसभा चुनावों में केपी यादव पर पार्टी ने फिर से भरोसा किया और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भिड़ने के लिए मैदान में उतार दिया। किसी ने नहीं उम्मीद की थी कि केपी सिंधिया के इस अभेद किले को ध्वस्त कर देंगे। लेकिन अपनी सटीक रणनीति की वजह से सिंधिया परिवार के सबसे सुरक्षित सीट पर उन्होंने कब्जा कर लिया।
चुनाव प्रचार के दौरान मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनावी रैलियों में कहते थे कि घर का भेदी लंका ढाहे। इस बार के चुनाव में केपी यादव ने यह साबित भी कर दिखाया। मध्यप्रदेश में गुना जीतने के बाद पूरी पार्टी गदगद है कि 2014 में जबरदस्त मोदी लहर के दौरान भी सिंधिया को नहीं हरा पाई थी।