scriptकलियासोत-केरवा क्षेत्र में वनकर्मियों के साथ पुलिस रहेगी मुस्तैद | Police and forest staff will check trespassers | Patrika News

कलियासोत-केरवा क्षेत्र में वनकर्मियों के साथ पुलिस रहेगी मुस्तैद

locationभोपालPublished: Jan 28, 2019 11:29:01 am

अब अराजक तत्वों पर लगेगी लगाम, संयुक्त कार्रवाई के लिए वन अधिकारियों ने पुलिस से की बात…

news

कलियासोत-केरवा क्षेत्र में वनकर्मियों के साथ पुलिस रहेगी मुस्तैद

भोपाल. खादिम चौराहा से अमरनाथ कॉलोनी होते हुए जेएलयू रोड तक जा रही 40 फीट रोड पर हादसे होने लगे हैं। इस सड़क पर स्ट्रीट लाइट न होने, नशेडिय़ों के जमघट, सोलर ब्लिंकर्स तोड़े जाने और दुर्घटना होने की खबर पत्रिका एक्सपोज ने 11 जनवरी और 22 जनवरी 2019 के अंक में प्रकाशित की थी। अब हादसों से बचाने के लिए वन विभाग इस रोड के पांच मोड़ों पर क्रॉस बैरियर लगाने जा रहा है। इससे दुर्घटना की आशंका कम होगी।
कोलार रोड स्थित खादिम चौराहे से अमरनाथ कॉलोनी, साईं हिल्स होते हुए जागरण लेकसिटी यूनिवर्सिटी रोड तक बनाई गई 40 फीट रोड पर स्ट्रीट लाइट नहीं लगाई गई है। इस सड़क पर शाम ढलते ही अंधेरा छा जाता है। ब्लिंकर्स तोडऩे से रात में वाहनों को मोड़ पर या सामने से रोशनी पडऩे पर सड़क का अंदाज नहीं रहता ओर गाड़ी नीचे उतर जाती है। इससे कभी भी बड़ा हादसा होने की आशंका रहती है। प्रतिबंध के बावजूद इस सड़क पर रात में भारी वाहनों से रेत और गिट्टी का परिवहन किया जाता है, जिससे रेत और गिट्टी सड़क पर गिर जाती है।
बीते शनिवार की रात करीब 11.45 बजे दो बाइक सवार युवक मंदाकिनी चौराहा स्थित श्योरविन बीपीओ से ड्यूटी करने के बाद नीलबड़ स्थित घर जा रहे थे। बाइकर्स बाबड़ी के पास से गुजर रहे थे। अंधेरा होने से बाइक सवार सड़क पर पड़ी गिट्टी को देख नहीं सके और उनकी बाइक असंतुलित होकर सड़क किनारे खाई में जा गिरी थी। उस समय वहां टाइगर मूवमेंट था और थोड़ी ही दूर वन विभाग के डिप्टी रेंजर टाइगर मोबाइल अमले के साथ खड़े थे। उनकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई थी और एक युवक को घुटने में काफी चोट थी। यदि टाइगर फोर्स वहां मौजूद नहीं होता तो हो सकता है कि दूसरा हादसा हो जाता।
अनावश्यक तत्व वन और वन्यजीवों के मूवमेंट एरिया में नहीं कर सकेंगे प्रवेश
कलियासोत-केरवा क्षेत्र में नशेडिय़ों, शिकारियों, अड़ीबाजों, जुआरियों और अवैध घुसपैठ करने वालों पर वन विभाग ने शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। अब इस तरह के तत्व अनावश्यक रूप से वन या वन्यजीवों के मूवमेंट एरिया में प्रवेश नहीं कर सकेंगे।
ऐसा देखा जा रहा था कि काफी समय से कलियासोत-केरवा इलाके में टाइगर व अन्य वन्यजीवों का मूवमेंट होने के बाद भी अवांछित तत्वों की सक्रियता रहती है। कुछ लोग अनावश्यक रूप से यहां सक्रिय रहते हैं, जिससे वन्यजीव डिस्टर्ब होते हैं। डीएफओ एचएस मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में अनावश्यक सक्रियता को रोकने के लिए पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई की कवायद शुरू की गई है। वन अधिकारी केवल वन भूमि में ही कार्रवाई कर सकता है। यहां राजस्व की जमीनों पर भी जंगल है और उनमें वन्यजीव मूवमेंट करते हैं। इसलिए जब कार्रवाई की बात आती है तो पुलिस की जरूरत पड़ती है। इसलिए संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस को भी जांच में साथ रखा जाएगा। कोलार, चूनाभट्टी और रातीबड़ थाना क्षेत्रों में सक्रियता अधिक रहती है।

मोड़ पर दुर्घटना से बचाने के लिए क्रॉस बैरियर लगाने का कार्य किया जा रहा है। चंदनपुरा, केरवा-कलियासोत इलाके में अनावश्यक दखल रोकने के लिए पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई की कवायद शुरू की जा रही है।
– हरिशंकर मिश्रा, डीएफओ
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो