दरअसल, करोंद मंडी में पांच दिसंबर को गेहूं घोटाला उजागर हुआ था। इसके साथ ही सैकड़ों क्विंटल गेहूं एवं चावल की जब्ती भी की गई थी। इसके साथ ही कुछ समितियों के टैग भी बरामद किए थे। इस घोटाले में ट्रांसपोर्टरों की महती भूमिका रही थी। जांच रिपोर्ट में खालिद और नवेद की महती भूमिका भी सामने आई है। इसके बाद भी पुलिस इन दोनों पर कार्रवाई नहीं कर रही, जो आरोपी पकड़ में आ रहे हैं, उन्हें न्यायालय से जमानत मिली जा रही है।
हमने रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को दे दी है। इसके आगे अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
– ज्योतिशाह नरवरिया, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मंगलवार को रवि आहूजा को गिरफ्तार किया है। इससे पहले अरविंद साहू को पकड़ा था। उन्हें न्यायालय से जमानत मिल गई।
– चैन सिंह रघुवंशी, थाना प्रभारी, निशातपुरा
मंडी के हम्माल टूटे शुरू हुई उपज की नीलामी इधर, भोपाल कृषि उपज मंडी, करोंद में हड़ताल पर गए हम्माल दूसरे ही दिन टूट गए और उन्होंने
काम पर लौटने की स्वीकृति दे दी। मंगलवार को दोपहर तक मंडी समिति प्रशासन और व्यापारियों के बीच बैठक चली। इसी दौरान मंडी के हम्मालों ने काम पर लौटने की सूचना मंडी समिति प्रशासन को भेज दी।
हालांकि, जब तक हम्माल काम पर लौटे तब मंडी में आया आधा किसानी माल या तो दूसरी मंडी में पहुंच गया या कि किसानों ने अपना अनाज वापस घर ले गए। भोपाल ग्रेन एंड ऑयल सीड्स मर्चेन्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता ने हम्मालों की हड़ताल समाप्त करने की जानकारी देते हुए बताया कि जब तक प्रदेश की अन्य अनाज मंडियों में 50 किलो भर्ती का वजन उठाने का नियम लागू नहीं हो जाता तब तक हम भोपाल मंडी में इस तरह की व्यवस्था को चालू नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि 50 किलो वाले बारदाने की किसी भी व्यापारी के पास व्यवस्था नहीं है।
काम पर लौटने की सूचना दी। इसके बाद नीलामी कार्य चालू हो गया। बुधवार से सुबह निर्धारित समय पर अनाज की नीलामी होगी।
– विवेक प्रकाश पटैरिया, मंडी सचिव, भोपाल कलेक्टर से मिले बैरागढ़ के व्यापारी, आयकर की सूची दी
इधर, बैरागढ़ स्थित संत हिरदाराम शॉपिंग कॉम्पलेक्स में आगजनी की घटना में ८२ व्यापारियों की 120 दुकानें जलकर खाक हो गईं थीं। जिन व्यापारियों का नुकसान हुआ उनको सरकारी सहायता दिलाने के लिए कलेक्टर व्यापारियों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुद्रा योजना के तहत 10-10 लाख रुपए देने पर चर्चा हुई थी। इस संबंध में कलेक्टर ने आयकर जमा करने वाले व्यापारियों की सूची मांगी थी। मंगलवार को कुछ व्यापारी कलेक्टर को ये सूची दे आए हैं।
दरअसल, पिछले बुधवार को कलेक्टर सुदाम खाडे ने कलेक्टर कार्यालय में व्यापारियों और उनके प्रतिनिधियों से चर्चा की थी। तय हुआ था कि जो व्यापारी आयकर जमा करते हैं उन्हें थोड़ा ज्यादा ब्याज पर और जो आयकर नहीं जमा करते हैं उन्हें थोड़ा कम दर पर बैंक से 10-10 लाख रुपया लोन दिलाया जाएगा, इसमें एक से दो लाख रुपए सब्सिडी भी दी जाएगी। इसी संबंध में व्यापारी कलेक्टर को सूची देकर आए हैं, अब कलेक्टर उच्च अधिकारियों से चर्चा करेंगे।