इसी के बाद से शुरू हुई श्रद्धांजलि समरोह की श्रृंखला में 25 अप्रैल 2019 यानि गुरुवार को मध्य प्रदेश के सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शाम 6.30 बजेलाल परेड ग्राउंड, भोपाल के मुख्य द्वार, विजय द्वार से परेड ग्राउंड में ही स्थित शहीद स्मारक तक कैंडल मार्च करेंगे।
यह कैंडल मार्च अमर शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को श्रद्धांजली अर्पित करने के लिए किया जाएगा। वहीं इससे पहले आज यानि बुधवार को व्हाइट हाउस में यथार्थ संस्था के सांप्रदायिक सदभाव और भारत निर्माण संवाद एवं सम्मान समारोह के दौरान शहीद हेमंत करकरे को श्रंद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के भोपाल से प्रत्याशी दिग्विजय सिंह भी मौजूद रहे।
यहां दिग्विजय सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘धर्म के नाम पर बांटने का सिलसिला चल गया, लेकिन कम से कम शहीदों को तो मत बांटो। कौन अच्छा शहीद है कौन बुरा, यह मत करिये। शहीदों के नाम पर राजनीति मत करिये।’
कार्यक्रम में मेधा पाटकर, शहरकाजी मुश्ताक अली, ज्ञानी इंद्रपाल सिंह, गुरुद्वारा मुख्य ग्रंथी, सीपी मेथ्यू पादरी भोपाल, पंडित कैलाश नागर गुरु अनिल शर्मा फिल्ममेकर, डा एस एन सुब्बाराव गांधीवादी भी मौजूद रहे यहां इन्होंने भी शहीद हेमंत करकरे को श्रंद्धांजलि दी।
स्वर्गीय हेमंत करकरे ने दुर्दांत आतंकवादियों का सामना करते हुए वर्ष 2008 मे मुंबई में अपना सर्वोच्च बलिदान कर दिया था। जानकारी के अनुसार उनको सम्मान सहित स्मरण करते हुए उनके पुलिस सेवा मे अपने कर्तव्यों पर अंत तक डटे रहने के लिए श्रद्धा स्वरूप कैंडल का प्रकाश किया जाएगा।
शहीद हेमंत करकरे के सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करते हुए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान किया गया था।
शहीद हेमंत करकरे के सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करते हुए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र प्रदान किया गया था।