मुख्यालय की तरफ से हर इकाई को 15 लाख रुपए भेज दिए गए हैं। प्रदेश भर की ८४ इकाई के लिए यह बजट 12 करोड़ 60 लाख रुपए का है। इसमें 51 जिले, 22 वाहिनी समेत तीन रेल इकाई और आठ पीटीएस को शामिल किया गया है।
जिला मुख्यालयों पर जिम खोलने के पहले आरओ वाटर प्लांट शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए पुलिस लाइन के बीच प्लांट खोला जाएगा। प्लांट खुलने के बाद पुलिसकर्मी और उनके परिवार जन शुद्ध पानी पी सकेंगे। जिम में आधुनिक प्रकार की मशीनें लगाई जानी है। साथ ही एक ट्रेनर भी रहेगा, जो जवानों को फिट रहने के गुर भी सिखाएगा। योजना अनुसार पुलिस जवान अपनी सुविधानुसार जिम में सुबह, शाम कसरत कर सकेंगे। ज्ञात रहे जवानों की फिटनेस के लिए हर दिन परेड कराई जा रही है। लेकिन थानों पर तैनात जवानों को समय नहीं मिलने के कारण अभी तक अपने फिटनेस को लेकर चिंता का विषय बना हुआ है। हर जिला मुख्यालयों पर जिम खुलने का जवानों को सीधा फायदा मिलेगा।
बैठक में ये सुझाव आए
साप्ताहिक अवकाश, गणवेश नवीनीकरण, भत्ता बढ़ाने, आवासीय कॉलोनी में सामुदायिक भवन, पौष्टिक आहार भत्ता, बहु-मंजिला आवास थानों में सुविधायुक्त विश्राम कक्ष, पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था। जिसमें से आरओ वाटर सहित जिम और मेस खोले जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सहमति जताई गई थी। जिम, मेस और आरओ वाटर सिस्टम जैसी सुविधाओं के नवाचार से पुलिसकर्मियों के मनोबल पर सीधा असर पड़ेगा। इससे पुलिसकर्मी की छवि भी बदल जाएगी।
साप्ताहिक अवकाश, गणवेश नवीनीकरण, भत्ता बढ़ाने, आवासीय कॉलोनी में सामुदायिक भवन, पौष्टिक आहार भत्ता, बहु-मंजिला आवास थानों में सुविधायुक्त विश्राम कक्ष, पीने के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था। जिसमें से आरओ वाटर सहित जिम और मेस खोले जाने को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सहमति जताई गई थी। जिम, मेस और आरओ वाटर सिस्टम जैसी सुविधाओं के नवाचार से पुलिसकर्मियों के मनोबल पर सीधा असर पड़ेगा। इससे पुलिसकर्मी की छवि भी बदल जाएगी।
जवानों को फिट रहने के लिए उनके ही कैंपस में बेहतर जिम मिल जाएगी और मेस में समय पर अच्छा खाना मिलेगा। ताकि बाहर के खाने से बीमार होने की आशंका कम हो जाए। ये सुविधाएं पुलिस पुलिस लाइन में होना ज्यादा असर दायक रहेगी। -अंशुमन अग्रवाल, एआईजी कल्याण शाखा पीएचक्यू