scriptपुलिस बोली-नवाब के हस्ताक्षर, जमीन के नक्शे के दुरुपयोग की आशंका | Police said -Nawab's signature, fear of misuse of ground map | Patrika News

पुलिस बोली-नवाब के हस्ताक्षर, जमीन के नक्शे के दुरुपयोग की आशंका

locationभोपालPublished: Feb 20, 2020 01:19:04 am

Submitted by:

Sumeet Pandey

कौतुहल का विषय बना नवाब कालीन दस्तावेज से पकड़ा गया मिनी ट्रक, दिनभर क्राइम ब्रांच में आते रहे शहरवासी

पुलिस बोली-नवाब के हस्ताक्षर, जमीन के नक्शे के दुरुपयोग की आशंका

पुलिस बोली-नवाब के हस्ताक्षर, जमीन के नक्शे के दुरुपयोग की आशंका

भोपाल. ब्रिटिश और नवाबी शासन काल के दस्तावेज समेत अन्य सामान से भरा पकड़ा गया मिनी ट्रक बुधवार को शहवासियों के लिए कौतुहल का विषय बना रहा। सुबह से देर शाम तक शहर के अलग-अलग इलाकों के लोग, नवाब परिवार की जानकारी रखने वाले वरिष्ष्ठ व्यक्ति आते रहे। दोपहर करीब डेढ़ जिला प्रशासन की टीम दस्तावेजों की जांच करने पहुंची। टीम ने दस्तावेज के साथ जमीन के नक्शे देखे। तभी पुलिस अधिकारियों ने यह दस्तावेज खरीदने वाले विपुल मेहता से बोला कि नवाब के हस्ताक्षर, जमीन के नक्से का दुरुपयोग भी यह लोग कर सकते हैं। इस पर विपुल बोला कि इससे पहले भी वह दो बार भोपाल नवाब परिवार से र²ी लेकर जा चुका है। दुरुपयोग करना होता तो वह अब तक कर लेता। उसने यह भी कहा कि नवाब के हस्ताक्षर तो इंटरनेट में मिल जाते। यह रद²ी सिर्फ प्रदर्शनी के लिए है।
फातिमा से एक लाख रुपए में खरीदे दस्तावेज, एंटिक सामान
विपुल ने दस्तावेज, एंटिक सामान फातिमा सुल्तान से 1 लाख रुपए में खरीदे हैं। यह दस्तावेज कितने महत्वपूर्ण हैं, इनकी जांच की जा रही है। हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषा में लिखे दस्तावेजों का जांच परख विशेषज्ञों द्वारा की जा रही है। जांच के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
आशंका: 30 हजार एकड़ जमीन में हेरफेर की चर्चा

इधर, पुराने शहर के कई लोग क्राइम ब्रांच पहुंचे। एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि भोपाल के आखिरी नवाब के पास करीब 30 हजार एकड़ जमीन थी। देश में विलय के बाद हो सकता कि इन जमीनों में हेरफेर किया होगा। जिससे दस्तावेज हो सकते हैं। वहीं, एक व्यक्ति का कहना था कि जब दस्तावेज भोपाल नवाब के हैं तो गुजरात का व्यापारी क्यों लेकर जा रहा था। यह सरकारी दस्तावेज हैं। फातिमा सुल्तान को इन दस्तावेजों को बेचने के लिए अधिकृत हैं कि नहीं इसकी भी जांच की जाए।
आज वक्फ बोर्ड, आर्कीलॉजिलकल, राष्ट्रीय अभिलेखागार करेंगे जांच

दस्तावेजों के जांच लिए बुधवार को विभिन्न विभागों के अधिकारी क्राइम ब्रांच पहुंचे, लेकिन अधिकारियों को दस्तावेज समझ में नहीं आए। अब गुरुवार को मप्र वक्फ बोर्ड, आर्कीलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआई), राष्ट्रीय अभिलेखागार तीनों विभाग ट्रक में मिले दस्तावेजों की जांच करेंगे। फिलहाल, पुलिस ने गुजरात के व्यापारी भाविक बरोट, विपुल मेहता और उनके तीन अन्य साथियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है। मामले की जांच जारी है।
दावा: राजा-महाराजाओं से जुड़े दस्तावेजों की प्रदर्शनी
इधर, ट्रक को गुजरात ले जा रहे अहमदाबाद निवासी व्यापारी भाविक बरोट इसे रद्दी मान रहे हैं। उनका कहना कि वह राजा-महाराजाओं से जुड़े दस्तावेजों की प्रदर्शनी लगाते हैं। इसके लिए गुजराज में सोसायटी गठित है। जिसमें 700 सदस्य हैं। भाविक ने बताया कि उन्हें यह दस्तावेज और सामान विपुल मेहता ने बेगम फातिमा सुल्तान से एक लाख रुपए में दिलवाया है।
दलाल के जरिए फातिमा सुल्तान से मिला

मोरबी, गुजरात निवासी विपुल मेहता की एक दलाल के माध्यम से बेगम फातिमा से वर्ष 2014 में मुलाकात हुई थी। इसके बाद विपुल दो बार सामान लेकर उनसे जा चुके है। इस बार वे सीधे बेगम फातिमा सुल्तान से मिले और अहमदाबाद पैलेस के कमरे में रखे पुराने दस्तावेज और सामान खरीदकर ले जा रहे थे। इसी बीच किसी ने पुलिस को दस्तावेज चोरी करने की पुलिस को सूचना दे दी।
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