संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया
कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के बीच पुलिस के जवान दिन-रात सड़कों पर खड़े होकर लोगों को रोकने और उन्हे घर से नहीं निकलने के लिए ताकीद कर रहे हैं। ऐसे में इनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है। भोपाल में कुछ पुलिस कर्मियों के संक्रमित होने के बाद जिला पुलिस के अधिकारियों ने भी पुलिस कर्मियों को दिशा निर्देश दिए हैं। दूसरों की सुरक्षा की चिंता में लगे पुलिस कर्मियों को अपनी चिंता होना लाजमी है। इसके लिए पुलिस के जवान अपने स्तर पर भी इंतजाम करने लगे हैं।
दूर से बात करने के दिए निर्देश
एएसपी अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने जिले की पुलिस को ग्लब्ज, मास्क, सेनिटाइजर उपलब्ध कराए हैं। साथ ही पुलिस जवानो को अन्य व्यक्तियों से पूछताछ करने, उन्हे समझाइश देते समय जरूरी दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि वे पूरी तरह सुरक्षित रहें।
आइजी ने देखी पुलिस क्वार्टर की व्यवस्था
होशंगाबाद रेंज के आईजी आशुतोष रायसेन ने मंगलवार को रायसेन पहुंचकर पुलिस 96 क्वार्टर में कोरोना वायरस से निपटने के इंतजाम, पुलिस अधिकारी कर्मचारियों के लिए बनाए गए होम क्वारेंटाइन कक्षों, आइसोलेशन कक्ष और स्टोर रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान अगर किसी पुलिस अधिकारी, जवान को लगे कि वह घर न जाएं, उनको रुकने के लिए इंतजाम किए जाएं। आईजी ने उप पुलिस अधीक्षक एपी सिंह से चर्चा कर सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए।
मॉस्क हाथों में ग्लब्ज पहनकर ही जाएं
मीडिया से बात करते हुए आइजी ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन में अपने घरों से बेवजह बाहर न निकलें। जरूरी होने पर निकलें तो मुंह पर मॉस्क हाथों में ग्लब्ज पहनकर ही जाएं।
खतरा तो है पर सावधानी बरतते हैं
मुख्यालय सहित जिले में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटररों में रखे गए संदिग्ध मरीजों की जांच हर दिन की जाती है। डॉक्टरों के साथ नर्स जांचके लिए हर सेंटर पर पहुंचती हैं। इनको भी अपनी सुरक्षा की चिंता रहती है। मंगलवार को दरगाह स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती 55 संदिग्धों की जांच करने पहुंची सिस्टर प्रकृति सेन, राखी भदोरिया, सलिता, कुरेशी भल्लाली, हेमलता मालवीय, डा. अरुण सिंह ने बताया कि पीपी किट सहित अन्य जरूरी संसाधनों के साथ ये मरीजों की जांच करते हैं।