बाबा और पुलिसकर्मी की बातचीत का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे प्रदेश में पुलिस की जमकर किरकिरी हुई तो जिले के पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही करते हुए एसआई को सस्पेंड कर दिया है और थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है।
मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का है जहां पर एक युवती की हत्या करने के बाद उसके शव को कुएं में फेंक दिया गया था। 28 जुलाई को जिले के बमीठा थाना क्षेत्र में गांव के कोटा पुरवा में एक युवती की हत्या हो गई थी। युवती का शव संदिग्ध हालत में पुलिस ने कुएं से बरामद किया था और मामले को दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी लेकिन पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद जब आरोपियों का पता नहीं चल सका।
आखिरकार पुलिस को बाबा की शरण में जाने का आइडिया सूझा और पुलिस की इस मामले को लेकर के क्षेत्र में प्रसिद्ध पंडोखर सरकार की शरण में पहुंच कर निवेदन किया। वर्दी पहने पुलिस के एएसआई ने बाकायदा माइक थामकर बाबा से आरोपी के बारे में जानकारी मांगी। बाबा ने अपनी शक्ति से आरोपी के नाम के अक्षरों का पता बताया तो पुलिस ने युवती के चाचा को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया।
बताया जा रहा है कि आरोपी ने अपनी भतीजी के चरित्र पर शक होने के चलते उसका गला घोट कर हत्या की और शव को कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने जिस तरह से इस मामले का खुलासा किया उसको लेकर परिवार के लोग भी हैरान है। सोशल मीडिया पर पंडोखर सरकार और थाना बमीठा के एसआई का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया और छतरपुर एसपी सचिन शर्मा ने एएसआई अनिल शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और थाना प्रभारी पंकज शर्मा को लाइन अटैच कर दिया है। अब इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई गई है जो हत्या के मामले की जांच कर इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाएगी।