मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बुधवार को आए कांग्रेस के दिग्गज नेता और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने त्रिपुरा और तमिलनाडू में मूर्तियां खंडित करने को धर्मनिरपेक्षता को खंडन करने की साजिश बताया है। सिंधिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीजेपी के सत्ता में आने पर मूर्तियों को निशाना बनाया जा रहा है। वह भले ही देश में जीत दर्ज कर रही है, लेकिन इसके बावजूद लोगों की तकलीफें बढ़ाती जा रही है।
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी ट्वीट कर लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने पर गुस्सा जताया है। भारती ने कहा कि मैं लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने की भर्त्सना करती हूं। वैचारिक असहिष्णुता के लिए भारत में कोई स्थान नहीं है। हमारे कैडर ऐसा नहीं कर सकते। त्रिपुरा की राज्य सरकार इसकी जांच कराए, ताकि असली अपराधियों के चेहरे सामने लाए जा सकें।
राऊ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने भी एक के बाद एक तीन ट्वीट कर त्रिपुरा मामले में कमेंट्स किए हैं। उन्होंने पहले ट्वीट में कहा है कि भाजपा की जीत के साथ ही 14 जिलों में हिंसक वारदात की ख़बरें आईं, कई जिलों में कर्फ़्यू और धारा 144 लागू है..। इसके बाद जीतू ने कहा कि मप्र में गोडसे के मंदिर बन रहे हैं और त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति गिराई जा रही है..?
कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पैसा लेकर टिकट देने के फैसले का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पैसा लेने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन टिकट उसी व्यक्ति को दिया जाएगा जो चुनाव जीतने वाला होगा।