विचाराधारा के विपरित चलते हैं कमलनाथ
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व मुख्य प्रवक्ता एवं कांग्रेस नेता माणक अग्रवाल ने शनिवार को एक बयान जारी कर राजनीति गर्मा दी है। उन्होंने सीधे-सीधे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से प्रश्न किया है। माणक अग्रवाल ने कहा है कि कमलनाथ जी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी जी की विचारधारा के साथ। जिस तरीके से उन्होंने अडानी और अंबानी की तारीफ पिछले दिनों में की, उससे यह स्पष्ट होता है कि वह हमेशा से पार्टी की विचारधारा के विपरीत चले हैं।
अरुण यादव ने किया सबसे पहले विरोध
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने गांधी के हत्यारों की विचारधारा वाले नेता को कांग्रेस ज्वाइन करवाने पर कड़ी आपत्ति की। शुक्रवार को अरुण यादव ने कहा था कि मैं खामोश नहीं बैठूंगा, सड़कों पर उतर आऊंगा। गांधी के हत्यारों की विचारधारा वाले गोडसे भक्तों को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने का विरोध करता हूं। गौरतलब है कि अरुण यादव भी मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
क्या कहते हैं सज्जन सिंह
अरुण यादव के खिलाफत करने पर पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने मीडिया से कहा कि जिसे आना हो आ सकता है, गोडसे की विचारधारा को छोड़कर कोई यदि गांधी की विचारधारा अपनाता हैं तो इसमें बुराई क्या है। गौरतलब है कि सज्जन सिंह वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेहद करीबी माने जाते हैं।
मैं जन्मजात कांग्रेसी
गोडसे भक्त बाबूलाल चौरसिया ने कहा है कि जब अरुण यादव प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष थे तो उन्होंने मुझे चुनाव नहीं लड़ने दिया था। इसलिए मैं दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ा था। मैं जन्मजात कांग्रेसी हूं। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पिछले दिनों बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस की सदस्यता और शपथ दिलवाई थी। चौरसिया को लोग गोडसे भक्त कहते हैं। कांग्रेस में विवाद का कारण भी यही है।
गोडसे उपासकों की जगह जेल में, कांग्रेस में नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई चांचौड़ा से कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने गोडसे भक्त को पार्टी की सदस्यता दिलाने पर कहा है कि गोडसे के उपासकों के लिए सेंट्रल जेल उपयुक्त स्थान है, कांग्रेस पार्टी नहीं। ग्हृ मंत्रालय भी गोडसे समर्थकों की गतिविधियों पर नजर रखे तो उचित होगा। यह बयान लक्ष्मण सिंह ने एक ट्वीट के जरिए दिया है।