scriptफैक्ट्री में पॉलीथिन गलाकर बना रहे दाने, धुंए से लोग हो रहे बीमार | Polyethylene dissolving grains in factory, smoke makes people sick | Patrika News

फैक्ट्री में पॉलीथिन गलाकर बना रहे दाने, धुंए से लोग हो रहे बीमार

locationभोपालPublished: Dec 11, 2019 12:39:58 pm

Submitted by:

Rohit verma

कबाडख़ाने से लगी आधा दर्जन कॉलोनी के लोग हो रहे परेशान, जिम्मेदारों को पता ही नहीं

फैक्ट्री में पॉलीथिन गलाकर बना रहे दाने, धुंए से लोग हो रहे बीमार

फैक्ट्री में पॉलीथिन गलाकर बना रहे दाने, धुंए से लोग हो रहे बीमार

भोपाल. शहर में प्रदूषण के मामले में कबाडख़ाने के हालात भानपुरा खंती के आसपास फैले प्रदूषण जैसे बने हुए हैं। खंती में तो अब कचरा फेंकना व जलाना काफी कम हो चुका है, लेकिन यहां ई-वेस्ट, कबाड़ के सामान और सड़क ों पर फेंके जाने वाले कचरे के साथ उड़ती धूल सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इसके कारण करीब आधा दर्जन कॉलोनियां, जिनमें सुंदर नगर, शाईन कॉलोनी, एहले अजीज कॉलोनी, न्यू कबाडख़ाना, गुरुनानक कॉलोनी आदि के रहवासी बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।

निरीक्षण में पता चला कि एक फैक्ट्री में कचरे से बीनकर लाई गई पॉलीथिन खरीदने के साथ ही यहीं वहीं पर लगाए गए कारखाने में उसे रि-साइकिल करने के लिए गलाने और जलाने का काम भी किया जा रहा है। जिससे निकलने वाीे धुंए से लोग लोग बीमार हो रहे हैं। पीडि़त रहवासी इस मामेले को लेकर शासन-प्रशासन सहित जिम्मेदारों तक को इसकी शिकायत कर चुके हैं, इसके बाद भी मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया।

 

गौरतलब है कि दिल्ली में पराली के धुंए से होने वाले प्रदूषण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। देश में स्वच्छता को लेकर सभी जिले दावे कर रहे हैं। राजधानी में भी कुछ हिस्से ऐसे हैं, यहां जहरीले धुंए के कारण लोग बीमार हो रहे हैं। कबाडख़ाने में पानी, धूल और धुंए के कारण ज्यादातर आबादी इसकी चपेट में है।

स्वच्छता को लेकर यहां के हालात सबसे अधिक खराब हंै। यहां रात में होने वाले वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेना तक मुश्किल होता है। फिर भी शासन-प्रशासन व प्रदूषण नियत्रण बोर्ड यहां कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। एक प्लास्टिक से दाना बनाने वाली फैक्ट्री भी यहां चल रही है।

यहां फैल रही बीमारियां
रबर प्लास्टिक आदि के जलाने पर डाययोक्शन, सल्फर डायआक्साइड, नाइट्रोजन डायऑक्साइड, मोनो ऑक्साइड, मरकरी, आरसेनिक, फुरांस आदि उत्सर्जित होता है। इससे फेंफड़ों का कैंसर, अस्थमा, त्वचा रोग, श्वसन तंत्र के रोग, ऑखो में जलन आदि की समस्या होती है। इससे मिट्टी, जल और वायु आदि तीनों तरह का प्रदूषण फैल रहा है।

 

मेरा बेटे को टायफाइड हो गया था। उसे अस्पताल से छुट्टी भी नहीं मिली की दूसरे बेटे को भी टायफाइड हो गया। मेरे घर के सामने ही फैक्ट्री है, जिसमें आधी रात को पन्नी जलाने का काम होता है। क्षेत्र में फैल रहे धुंए से लोगों को श्वास की बीमारी हो रही है।
मो. आमीर, रहवासी व पीडि़त

डस्ट को लेकर शिकायतें तो मिलती है, पर रहवासी क्षेत्र में पॉलीथिन जलाकर दाने बनाने का काम चल रहा है तो इसकी जल्द ही जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी, ताकि लोगों को हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
एए मिश्रा, रीजनल ऑफिसर, एमपीपीसीबी

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