इस बार भोपाल में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक जूडो कोच ने खेल संचालक पर कई तरह के आरोप लगए हैं। आरोपों में का गया है कि खेल संचालक उपेंद्र जैन ने साेमवार को जूडो कोच पूनम चोपड़ा को यह कहते हुए धक्के देकर अपने कक्ष से बाहर निकलवा दिया कि बहुत देखे, तुम्हारे जैसे अर्जुन अवाॅर्डी।
इसके बाद यह शिकायत पूनम ने टीटी नगर थाने में की है। 15 दिन पहले कोच पद से हटाई गईं पूनम ने अपनी शिकायत में कहा है कि वे हाईकोर्ट के स्टे आदेश के साथ अपना पक्ष रखने खेल संचालक जैन के पास गईं थी। कोर्ट की बात सुनते ही संचालक भड़क गए और उनसे दुर्व्यवहार किया।
दरअसल पूनम ने 4 महीने पहले ही खेल विभाग द्वारा टीटी नगर स्टेडियम में संचालित जूडो अकादमी में मुख्य कोच के पद पर ज्वाइन किया था। 15 दिन पहले उन्हें अकादमी की खिलाड़ी अंतिम यादव की शिकायत पर कोच पद से हटा दिया गया। इसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया। जानकारी के अनुसार यूथ कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी अंतिम यादव ने बीते दिनों खेल संचालक को एक शिकायती आवेदन देकर पूनम पर मारपीट का आरोप लगाया था। अंतिम ने पत्र में लिखा था कि कोच ने उन्हें उनके कमरे में आकर मारा और गला भी दबाया। वह बड़ी मुश्किल से उनके चंगुल से छूटकर बाहर निकल पाई।
सालभर में चौथा मामला :
यह एक साल में चौथा मामला है जब अकादमी के किसी कोच को बर्खास्त किया गया हो। इससे पहले विभाग ने खराब प्रदर्शन के कारण जूडो कोच सतपाल सिंह, हॉकी अकादमी के मुख्यकोच अशोक कुमार और बाक्सिंग कोच दीपक महाजन को हटाया जा चुका है। दीपक महाजन को तो कुछ माह पहले ही हटाया है।
यह एक साल में चौथा मामला है जब अकादमी के किसी कोच को बर्खास्त किया गया हो। इससे पहले विभाग ने खराब प्रदर्शन के कारण जूडो कोच सतपाल सिंह, हॉकी अकादमी के मुख्यकोच अशोक कुमार और बाक्सिंग कोच दीपक महाजन को हटाया जा चुका है। दीपक महाजन को तो कुछ माह पहले ही हटाया है।
हाईकोर्ट के आदेश के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है। रही बात पूनम की तो वह बकवास कर रही हैं। उनकी बातों में कोई सच्चाई नहीं है।
– उपेंद्र जैन , संचालक खेल
– उपेंद्र जैन , संचालक खेल
इससे पहले भी खिलाड़ी हो चुके हैं दुव्र्यवहार का शिकार:-
पिछले दिनों पुणे में होने वाली राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप की तैयारी करने दिसंबर 2016 में दतिया आए प्रदेशभर के सात खिलाड़ी मायूस होकर अपने घर लौट गए। दरअसल इन खिलाड़ियों के लिए दतिया में प्री-नेशनल कुश्ती कैंप लगाया गया था। इसमें इसमें शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आए खिलाड़ियों को न रात में सर्दी से बचने के लिए गर्म बिस्तर दिए गए न सुबह अच्छा नाश्ता व भोजन। हालात यह थे कि टॉयलेट न होने की वजह से खिलाड़ियों को शौच करने खुले में जाना पड़ा।
पिछले दिनों पुणे में होने वाली राष्ट्रीय कुश्ती चैंपियनशिप की तैयारी करने दिसंबर 2016 में दतिया आए प्रदेशभर के सात खिलाड़ी मायूस होकर अपने घर लौट गए। दरअसल इन खिलाड़ियों के लिए दतिया में प्री-नेशनल कुश्ती कैंप लगाया गया था। इसमें इसमें शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आए खिलाड़ियों को न रात में सर्दी से बचने के लिए गर्म बिस्तर दिए गए न सुबह अच्छा नाश्ता व भोजन। हालात यह थे कि टॉयलेट न होने की वजह से खिलाड़ियों को शौच करने खुले में जाना पड़ा।
इन अव्यवस्थाओं के चलते 7 में से छह लड़के इंदौर लौट गए। वहीं जिला खेल अधिकारी ने अव्यवस्थाओं को मानने के बजाय यह कहकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली कि खिलाड़ियों को तो सरकारी स्कूल में ही ठहराया जाता है। जिला शिक्षा अधिकारी आरएल उपाध्याय के अनुसार कोच सीपीआई को भेजना थे। लेकिन वे नहीं आए। इधर गुरुवार की दोपहर जब खिलाड़ियों को प्रैक्टिस कराने के लिए कोई कोच नजर नहीं आया तो उन्हें खुद ही गद्दे बिछाना पड़े।
स्कूल में ही ठहराया जाता है :
वहीं इस दौरान जिला खेल अधिकारी केके पाराशर ने बताया था कि नेशनल कोचिंग कैंप में आने वाले खिलाड़ियों को स्कूलों में ही ठहराया जाता है। हमने खाना भिजवा दिया था। स्कूल में टॉयलेट और पानी की व्यवस्था है।
वहीं इस दौरान जिला खेल अधिकारी केके पाराशर ने बताया था कि नेशनल कोचिंग कैंप में आने वाले खिलाड़ियों को स्कूलों में ही ठहराया जाता है। हमने खाना भिजवा दिया था। स्कूल में टॉयलेट और पानी की व्यवस्था है।
ये कहा था खिलाड़ियों ने…
कल रात को हम लोग आ गए थे। सुबह टॉयलेट में गए तो वह इतना गंदा था कि उसे यूज करना बहुत मुश्किल था। हमें मजबूरी में खुले में जाना पड़ा। नहाने के लिए पानी नहीं था। सर्दी में हम लोगों को ठंडे पानी से नहाना पड़ा। खाना भी अब तक नहीं आया है।
कल रात को हम लोग आ गए थे। सुबह टॉयलेट में गए तो वह इतना गंदा था कि उसे यूज करना बहुत मुश्किल था। हमें मजबूरी में खुले में जाना पड़ा। नहाने के लिए पानी नहीं था। सर्दी में हम लोगों को ठंडे पानी से नहाना पड़ा। खाना भी अब तक नहीं आया है।
– गगनदीप, इंदौर यहां न पीने के पानी की व्यवस्था है न कुछ खाने को। हम लोग आरओ का पानी पीते हैं, इन्होंने खुली बाल्टी में नल का पानी भरकर रख दिया है। ढांकने के लिए भी कुछ नहीं है। पतली रजाइयां हैं। कुछ साथी घर से कंबल लाए थे, उसी में एडजस्टमेंट करना पड़ रहा है।
– विजय यादव, इंदौर
– विजय यादव, इंदौर
बदसलूकी का आरोप लगाने वाली बर्खास्त जूडो कोच पर ही हो गई एफआईआर –
मप्र राज्य जूडो अकादमी की बर्खास्त चीफ कोच पूनम चोपड़ा और खेल विभाग की लड़ाई में नया मोड़ आ गया। कोच के खिलाफ खिलाड़ी अंतिम यादव की ओर से टीटी नगर थाने में 13 अक्टूबर को की गई शिकायत के आधार पर मंगलवार को एफआईआर दर्ज की गई। कोच ने सोमवार को शिकायती आवेदन देकर खेल विभाग के डायरेक्टर पर बदसलूकी के आरोप लगाए थे। इस बीच पूनम ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही है।
इससे पहले पूनम ने आरोप लगाए थे कि वह स्टे की कॉपी सौंपने सोमवार को डायरेक्टर उपेन्द्र जैन के केबिन में गई थी, जहां जैन ने कोर्ट की कॉपी लेने के बजाए उनका पक्ष सुने बिना बदसलूकी करके पूनम को बाहर निकाल दिया। पूनम के अनुसार इसके साथ हर मेरे खिलाफ पुलिस में झूठी शिकायत भी दर्ज करवा दी।
मप्र राज्य जूडो अकादमी की बर्खास्त चीफ कोच पूनम चोपड़ा और खेल विभाग की लड़ाई में नया मोड़ आ गया। कोच के खिलाफ खिलाड़ी अंतिम यादव की ओर से टीटी नगर थाने में 13 अक्टूबर को की गई शिकायत के आधार पर मंगलवार को एफआईआर दर्ज की गई। कोच ने सोमवार को शिकायती आवेदन देकर खेल विभाग के डायरेक्टर पर बदसलूकी के आरोप लगाए थे। इस बीच पूनम ने अपनी जान को खतरा होने की बात कही है।
इससे पहले पूनम ने आरोप लगाए थे कि वह स्टे की कॉपी सौंपने सोमवार को डायरेक्टर उपेन्द्र जैन के केबिन में गई थी, जहां जैन ने कोर्ट की कॉपी लेने के बजाए उनका पक्ष सुने बिना बदसलूकी करके पूनम को बाहर निकाल दिया। पूनम के अनुसार इसके साथ हर मेरे खिलाफ पुलिस में झूठी शिकायत भी दर्ज करवा दी।
हमने पूनम के रिकार्ड की जांच कराई थी। एक बार उनके खिलाफ बदसलूकी का आरोप लगने एवं एक बार दूसरे खिलाड़ी के अपहरण के आरोप लगने के बाद उन्हें दो बार सीआईएसएफ से निलम्बित किया गया था।
– उपेंद्र जैन, डायरेक्टर खेल विभाग
– उपेंद्र जैन, डायरेक्टर खेल विभाग
बेइज्जती कर निकाल दिया गया। मैंने बदसलूकी की शिकायत का आवेदन पुलिस में दिया था और अपने खिलाफ मामला दर्ज होने की आशंका भी जताई थी। -पूनम चोपड़ा, बर्खास्त कोच