– ऐसे समीकरण
सियासत में आदिवासी बेहद महत्त्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। सूबे के चार एससी और छह एसटी संसदीय इलाके चुनाव परिणामों को उलट-पुलट देते हैं। ये इलाके विधानसभा से लेकर लोकसभा तक बेहद मायने रखते हैं। जयस संगठन का उदय और फिर जयस अध्यक्ष हीरा अलावा का कांग्रेस में आकर विधायक बनना आदिवासी वोटबैंक का महत्त्व बताता है। इसके अलावा बसपा, सपा और गोंगपा की राजनीति भी इन पिछड़ी जातियों की धूरी पर घूमती है।
– ऐसे किया फोकस
भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने अजा-जजा वर्ग को साधने के लिए कई योजनाएं चलाईं। विधानसभा चुनाव के ऐन पहले शिवराज सरकार ने आदिवासियों के लिए जूते-चप्पल, बैग-बॉटल सहित आर्थिक मदद की योजना शुरू की तो कमलनाथ सरकार ने भी आते ही आदिवासियों का वित्त विकास निगम का एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ कर दिया था। बाद में भी दोनों ओर से आदिवासियों को लुभाने के जतन होते रहे हैं।
– प्रदेश एक नजर
89 आदिवासी बाहुल्य विकासखंड प्रदेश में
50.50 लाख विशेष पिछड़ी जाति परिवार सूबे में
सियासत में आदिवासी बेहद महत्त्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। सूबे के चार एससी और छह एसटी संसदीय इलाके चुनाव परिणामों को उलट-पुलट देते हैं। ये इलाके विधानसभा से लेकर लोकसभा तक बेहद मायने रखते हैं। जयस संगठन का उदय और फिर जयस अध्यक्ष हीरा अलावा का कांग्रेस में आकर विधायक बनना आदिवासी वोटबैंक का महत्त्व बताता है। इसके अलावा बसपा, सपा और गोंगपा की राजनीति भी इन पिछड़ी जातियों की धूरी पर घूमती है।
– ऐसे किया फोकस
भाजपा और कांग्रेस सरकारों ने अजा-जजा वर्ग को साधने के लिए कई योजनाएं चलाईं। विधानसभा चुनाव के ऐन पहले शिवराज सरकार ने आदिवासियों के लिए जूते-चप्पल, बैग-बॉटल सहित आर्थिक मदद की योजना शुरू की तो कमलनाथ सरकार ने भी आते ही आदिवासियों का वित्त विकास निगम का एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ कर दिया था। बाद में भी दोनों ओर से आदिवासियों को लुभाने के जतन होते रहे हैं।
– प्रदेश एक नजर
89 आदिवासी बाहुल्य विकासखंड प्रदेश में
50.50 लाख विशेष पिछड़ी जाति परिवार सूबे में
21 फीसदी आदिवासी आबादी मानी जाती प्रदेश में
20 जिलों में आदिवासी संख्या ज्यादा
04 एससी लोकसभा सीटें
06 एसटी-लोकसभा सीट
20 जिलों में आदिवासी संख्या ज्यादा
04 एससी लोकसभा सीटें
06 एसटी-लोकसभा सीट