— प्रभात-कैलाश के नाम सबसे आगे- राज्यसभा के दावेदार चुनाव की घोषणा के पहले ही सक्रिय हो चुके हैं। भाजपा के दो मौजूदा राज्यसभा सदस्यों में से प्रभात झा फिर से कुर्सी की दावेदारी कर रहे हैं। हालांकि इस बार उनका तीसरा टर्म होगा। वष्ठिता के आधार पर उनकी दावेदारी गंभीर है। इसके साथ ही महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नाम की भी चर्चा है। एससी-एसटी कोटे से लालसिंह आर्य, रंजना बघेल के नाम है। उधर विनोद गोटिया, विजेश लुनावत के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। भाजपा प्रदेश चुनाव समिति दावेदारों का एक पैनल बनाकर भेज सकती है। केंद्रीय संगठन उम्मीदवार का अंतिम फैसला करेगा।
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राम माधव को भेजा जा सकता है मध्यप्रदेश से-
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव को भी मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजे जाने पर विचार चल रहा है। राममाधव संघ से भाजपा में पहुंचे हैं। पार्टी ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में अध्यक्ष चयन के लिए राममाधव को ही आब्जर्वर बनाया था। संघ की सलाह पर उन्हें मध्यप्रदेश में संगठन को मजबूत करने भेजा जा सकता है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव को भी मध्यप्रदेश से राज्यसभा में भेजे जाने पर विचार चल रहा है। राममाधव संघ से भाजपा में पहुंचे हैं। पार्टी ने पिछले दिनों मध्यप्रदेश में अध्यक्ष चयन के लिए राममाधव को ही आब्जर्वर बनाया था। संघ की सलाह पर उन्हें मध्यप्रदेश में संगठन को मजबूत करने भेजा जा सकता है।
— कांग्रेस में दिग्विजय और सिंधिया दावेदार – राज्यसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस के हिस्से में दो सीटें आ रही हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया इन सीटों पर सबसे बड़े दावेदार के रुप में सामने आए हैं। एक सीट दिग्विजय सिंह का कार्यकाल पूरा होने से ही खाली हो रही है। सूत्रों की मानें तो दिग्विजय सिंह को एक बार फिर से राज्यसभा भेजा जा सकता है। वहीं दूसरी सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजने की संभावना जताई जा रही है। सिंधिया की दिल्ली में कांग्रेस के आला नेताओं से मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है। वैसे कांग्रेस में इन सीटों के लिए अजय सिंह, अरुण यादव, रामनिवास रावत, राजेंद्र सिंह, मीनाक्षी नटराजन, सुरेश् पचौरी, मुकेश नायक जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम की भी चर्चा है। इस पर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी को ही करना है। कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का कहना है कि ये पार्टी अध्यक्ष के अधिकार क्षेत्र का विषय है इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती। हालांकि वे ये जरुर कहते हैं कि प्रदेश में कई वरिष्ठ और योग्य नेता हैं जो राज्यसभा जा सकते हैं।