मध्यप्रदेश हेल्त विभाग के अनुसार, भोपाल में 93 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। इसमें से 50 हेल्थ विभाग के हैं। 20 केस तब्लीगी जमात के कनेक्शन वाले हैं, 12 पुलिसकर्मी भी संक्रमण की चपेट में हैं। जबकि कोरोना संक्रमण के कारण भोपाल में एक मरीज की मौत हो चुकी है। वहीं, दो लोगों कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अब अस्पताल से डिस्चार्च हो गए हैं।
कोरोना पॉजिटिव पाई गईं स्वास्थ्य विभाग की पीएस पल्लवी जैन गोविल सवालों के घेरे में हैं। उनका बेटा भारत गोविल 16 मार्च को यूएस से लौटा था, लेकिन पीएस इसे नजरअंदाज कर क्वारंटाइन पीरियड में नहीं गईं। वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सीएस इकबाल सिंह बैंस और डीजीपी वीके जौहरी सहित अन्य अफसरों के साथ बैठकों में मौजूद रहीं। तेजी से बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण से अब डॉक्टर और नर्स भी चपेट में आने लगे हैं। गुरुवार को इंदैर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती एक डॉक्टर की सुबह 4 बजे मौत हो गई। दो दिन पहले डॉक्टर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन को पूरी तरह से सील कर दिया हैं क्योंकि इन शहरों में कोरोना वायरस के मामले अधिक हैं। इस दौरान इन क्षेत्रों में किसी को भी अंदर और बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा जबलपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, खरगौन, मुरैना, छिंदवाड़ा, बडवानी, बैतूल, विदिशा, श्योपुर और खंडवा अगले आदेश तक पूरी तरह लॉकडाउन रहेंगे।