ग्यारह मील पर सत्यम मोटर्स के सर्विस सेंटर के हेड मैकेनिक गुलाब राव बताते हैं, एक एंट्री लेवल कार की सर्विसिंग तीन से चार हजार में हो जाती है, लेकिन खराब सड़कों पर चलने पर सर्विसिंग कॉस्ट डबल हो जाती है। पानी में डूबने के बाद कई बार ब्रेक जाम हो जाते हैं यदि पानी से निकलने के बाद गाड़ी को कुछ देर चला लें तो गर्मी से पानी सूख जाता है, लेकिन ब्रेक शू में पानी लगने के कुछ ही देर ब्रेक लगाए जाएं या हैंड ब्रेक खींचकर छोड़ दिया जाएं तो पहिए जाम हो जाते हैं। इस पर यदि कार की बॉडी जमीन से टकरा गई तो गियर बॉक्स से लेकर ऑयल टैंक का फूटना बड़ी बात नहीं है।
बीते तीन माह की बात करें तो हड्डी रोग विभाग की ओपीडी में 30 फीसदी का इजाफा हुआ है। यहां आने वाला हर तीसरा मरीज गड्ढों के कारण परेशान है। इन मरीजों में स्लिप के साथ ज्वांइट पेन के मरीज सबसे ज्यादा हैं। जेपी अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. केके देवपुजारी बताते हैं लगातार झटकों से स्लिप ***** की दिक्कत ज्यादा होती है। रीढ़ की हड्डी हमारा फस्र्ट लाइन डिफेंस सिस्टम है। बाइक पर बैठने से पूरे शरीर का वजन इस पर होता है। ऐसे में अगर लगातार झटके लगते हैं तो रीढ की ***** अपने स्थान से खिसक जाती है। इसके अलावा हेड इंजुरी, शोल्डर शॉक्स या घुटनों का दर्द भी इससे हो सकता है। वहीं एम्स की नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भावना शर्मा बताती हैं कि मायोपिया से पीडि़त मरीजों को लगातार झटके गंभीर परेशानी में डाल सकते हैं। इससे आंखों का पर्दा जो बाहर से आने वाली रोशनी को नियंत्रित करता है वो खिसक सकता है।