प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
इसी तरह केन्द्र की मोदी सरकार भी देश की 60 फीसदी आबादी को लेकर काफी सजग है इसी के तहत देश के बेरोज़गार युवाओं को छोटे उद्यम शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) शुरू की है। योजना के तहत युवा सरकार से कर्ज लेकर खुद का कोई भी कारोबार शुरू कर सकते हैं। इसमें सरकार इच्छुक व्यक्ति को छोटे कारोबार के लिए लोन रकम दे रही है। बता दें कि, पीएम मोदी द्वारा ये योजना अप्रैल 2015 में शुरू की गई थी। PMMY की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, योजना शुरु होने से गत वर्ष 23 मार्च 2018 तक इस मुद्रा योजना के तहत 228144 करोड़ रुपये के लोन मंजूर किये जा चुके हैं।
मुद्रा योजना का उद्देश्य
येजना के ज़रिये केन्दर सरकार का उद्देश्य है कि, युवाओं को खुद का रोज़गार शुरु करने में आसानी से लोन मिल सके। वहीं, छोटे उद्यमों के रोज़गार को भी बढ़ावा मिल सके। योजना खासकर उन नौजवानों के लिए है, जो अपने ज़हन में कोई लक्ष्य तो रखें हैं, लेकिन पूंजी की समस्या होने के चलते उस सपने को साकार नहीं कर पा रहे हैं। केंद्र सरकार की PMMY से आप अपने उन सपनों को साकार कर सकते हैं। सरकार चाहती है कि, जैसे जैसे लोग इस योजना से प्रभावित होंगे। वैसे वैसे देश-प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सरल हुआ कर्ज लेना
मुद्रा योजना (PMMY) के ज़रिये सरकार से कर्ज लेना काफी आसान किया गया है, क्योंकि आमतौर पर बैंक से लोन लेने पर काफी कागज़ी प्रक्रिया और बाध्यताएं रहती हैं। जिसके कारण कई लोग विज़न होने के बावजूद खुद का कारोबार शुरु करने में असमर्थ रहते हैं। इससे पहले छोटे उद्यम शुरु करने के लिये बैंक से लोन लेने में काफी औपचारिकताएं पूरी करनी होती थीं। गारंटी भी देनी पड़ती थी। लेकिन इस योजना के तहत इतनी बाध्यताओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुद्रा योजना (PMMY) के तहत लोन के लिए आपको सरकारी बैंक शाखा में आवेदन देना होगा। खुद का कारोबार करने के इच्छुक व्यक्ति को मकान का मालिकाना हक़ या किरायेदारी से जुड़े दस्तावेज देना होंगे, साथ ही काम से जुड़ी जानकारी देनी होगी। अन्य दस्तावेजों में आधार, पैन नंबर समेत अन्य सामान्य दस्तावेज जमा करने होंगे।
क्या हैं प्रधानमंत्री मुद्रा योजना?
योजना के तहत बिना गारंटी के लोन दिया जाता है। इसमें लोन लेने के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस भी नहीं देनी होती। मुद्रा योजना (PMMY) में लोन चुकाने की अवधि को 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें लोन लेने वाले को एक मुद्रा कार्ड भी मिलता है, जिससे आवेदक कारोबारी जरूरत पड़ने पर आने वाले खर्च भी कर सकता है। मोदी सरकार की इस मुद्रा योजना के तहत खुद का व्यापार शुरु करने वाला हर व्यक्ति सरकार से लोन लेकर खुद का व्यवसाय शुरु कर सकता है। योजना के तहत आवेदक कम से कम 50 हजार और ज्यादा से ज्यादा 10 लाख रुपये तक के लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ये है ब्याज दर
बैंक का ब्रांच मैनेजर आपसे कामकाज से बारे में जानकारी लेकर आपको लोन मंजूर करता है। कामकाज की प्रकृति के हिसाब से बैंक मैनेजर आपसे एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनवाने के लिए कह सकता है। हालांकि, इस योजना में कोई निश्चिंत ब्याज दर नहीं है। अलग अलग बैंक इसके लिए अलग अलग ब्याज दर वसूलते हैं। इसलिए पहले सभी बैंकों में ब्याज दरों को लेकर जानकारी एकत्रित कर लें। जहां कम ब्याज दर हो वहां से लोन ले सकते हैं। इसके अलावा लोन की ब्याज़ दर कारोबार की प्रकृति और उसके जोखिम पर भी निर्भर करती है। हालांकि, आमतौर पर इसकी न्यूनतम ब्याज दर 12 फीसदी होती है।
तीन श्रेणियों में मिलता है लोन
शिशु लोन : शिशु लोन के तहत 50,000 रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं।
किशोर लोन: किशोर कर्ज के तहत 50,000 से 5 लाख रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं।
तरुण लोन: तरुण कर्ज के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं।