भोपाल

शहर में कहां-कहां बाढ़ आ सकती है, कहां डैम और तालाब में उफान आते हैं, पहली बार बना बचाव प्लान

– प्रजेंटेशन के माध्यम से कलेक्टर देखी स्थिति, फिर तैयार कराया प्लान, गठित की जाएगी आपदा प्रबंधन समिति

भोपालFeb 08, 2020 / 09:52 am

प्रवेंद्र तोमर

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भोपाल। भारी मानसून से शहर में किन-किन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनती है। किन क्षेत्रों में डैम फुल होने से खतरा पैदा हो जाा है। इसको लेकर शुक्रवार को कलेक्टोरेट में हुई आपदा प्रबंधन की बैठक में कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने पहली बार जिले का प्लान तैयार कराया है।

इसमें बड़ा तलाब, कोलार, केरवा, कलियासोत नदी व सीहोर से आने वाली नदी में ईंटखेड़ी और आस-पास के गांवों में क्या स्थिति बन सकती है और क्या बनती है, इस पर विस्तृ़त चर्चा हुई। बैठक में महापौर आलोक शर्मा ने भी अपने विचार रखे।

कलेक्टर ने बताया कि जिले में अभी तक आपदा प्रबंधन का प्लान तैयार नहीं था। कितना बल उपलब्ध है, अचानक कोई आपदा आई तो कंट्रोल रूम और बचाव के लिए क्या किया जा सकता है। निचले हिस्सों में रह रहे लोगों को कैसे समय रहते निकाला जाए। अभी तक आपदा आने के बाद ही इस पर काम होता था। लेकिन कलेक्टर ने पहले से टीम बनाने के निर्देश बैठक में दिए हैं। इसके लिए आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया जाएगा और एक कंट्रोल रूम भी तैयार कराया जाएगा।

शहर में ये क्षेत्र ज्यादा संवेदनशील
आमतौर पर शहर में मानसून के बाद कोलार क्षेत्र के निचले इलाके, बैरागढ़ क्षेत्र, जाटखेड़ी, गेंहूंखेड़ा, दामखेड़ा, अशोका गार्डन, ईटखेड़ी सहित कई इलाके डूब क्षेत्र में आ जाते हैं। पिछले साल ही मानसून में यहां निचली बस्तियों में पानी भरने के बाद लोगों को निकाला गया था।

अब इसके लिए लगभग हर माह एक टीम लोगों के साथ मॉक ड्रिल करेगी। इस टीम का नाम क्विक रिस्पोंस टीम होगा। ये टीम क्लस्टर स्तर पर आपदा संबंधी बैठकें भी करेगी। टीम में नगर निगम के अधिकारी भी साथ रहेंगे। एनडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस विभाग सामजस्य स्थापित कर रणनीति बनाएंगे।

सॉफ्टवेयर में होगी अपडेट

कलेक्टर ने आपदा से संबंधी जानकारी क्लस्टर लेवल पर साफ्टवेयर में अपडेट करने के लिए कहा है। एसएलआर इसकी मॉनीटरिंग करेंगे। साथ ही हर 15 दिन में ये जानकासरी अपडेट कराई जाएगी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर, जिला पंचायत सीईओ सतीश कुमार एस, अपर कलेक्टर आर.पी.भारती सहित आपदा प्रबंधन से संबंधित विभाग प्रमुख उपस्थित थे।

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