हालांकि एमपी के ही नेता सत्यनारायण जटिया को संसदीय बोर्ड में जगह दी गई है। अब 11 सदस्यीय बोर्ड में मध्य प्रदेश डॉ सत्यनारायण जटिया को शामिल किया गया है। बोर्ड में प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हैं। बीजेपी के केंद्रीय नेत्रत्व द्वारा किए जा रहे बदलाव को लेकर अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही प्रदेश में बड़ा उलटफेर होने वाली है। इसको लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता संकेत भी दिए हैं।
76 साल के सत्यनारायण जटिया को बीजेपी के संसदीय बोर्ड में मिली जगह, गुमनामी से अचानक आए चर्चा में
बीजेपी संगठन में सर्वोच्चय निर्णय लेने वाला निकाय संसदीय बोर्ड माना जाता है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसमें बदलाव करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान को पार्टी के संसदीय बोर्ड से बाहर कर दिया है। उनको पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति में भी स्थान नहीं मिला है। ये दोनों ही समितियां बीजेपी के सभी महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए जानी जाती हैं।
अब संगठन में बदलाव
गुमनामी में जी रहे डॉ सत्यनारायण जटिया को संसदीय बोर्ड में जगह मिलने के बाद से उनके राजनीतिक जीवन का पुनरुद्धार माना जा रहा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने तो कहा कि जल्द ही प्रदेश के संगठन में भी बदलाव होने वाला है। प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर हाईकमान प्रदेश बीजेपी संगठन में बदलाव कर सकता है। इस तरह का बदलाव छत्तीसगढ़ में भी हो चुका है।