scriptभविष्य की तैयारीः विलुप्त प्रजाति पौधे दोबारा हो सकेंगे तैयार | Preparing the future: Extinct species of plants will be ready again | Patrika News

भविष्य की तैयारीः विलुप्त प्रजाति पौधे दोबारा हो सकेंगे तैयार

locationभोपालPublished: Apr 19, 2021 10:08:16 am

Submitted by:

Hitendra Sharma

अहमदपुर नर्सरी में प्रदेश का पहला बीज और जैविक खाद के लिए बनाया स्टोरेज, अब हर मौसम में सुरक्षित रहेंगे बीज।

forest_nursery_1.jpg

भोपाल. प्रदेश के वनों में लगे विभिन्न प्रजातियों के वृक्षों को सहेजने की कवायद राजधानी भोपाल में शुरू की गई है। यहां वन विभाग की अहमदपुर नर्सरी में वन प्रजातियों के वृक्षों के बीजों के सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था की गई है।

नर्सरी में बीज स्टोरेज करने की यूनिट बनाई गई है। इसमें बीजों को नमी रहित वातावरण में वर्षों तक सुरक्षित रखा जा सकता है। एसे में किसी प्रजाति पर कोई संकट आता है, तो उस प्रजाति के स्टोर किए गए बीजों की सहायता से दोबारा तैयार किया जा सकता है। होशंगाबाद रोड स्थित अहमदपुर नर्सरी के पिछले हिस्से में बीज बैंक और जैविक खाद का स्टोरेज तैयार किया गया है। दोनों स्टोरेज वल्र्ड बैंक के सहयोग से ग्रीन इंडिया मिशन के तहत करीब 10 लाख रुपए में तैयार किए गए हैं।

Must see: MP में कोरोना के ताजा आंकड़े

बीज स्टोरेज यूनिट में एसी व्यवस्था की गई है कि अंदर नमी न रहे व बीज सुरक्षित रहें। यूनिट में अब तक 20 प्रजातियों के बीज रखे जा चुके हैं, जिन्हें मानसून के पहले प्रदेश की विभिन्न नर्सरियों और वन क्षेत्रों में भेजा जाएगा। दुर्लभ संकट से घिरी प्रजातियों के बीज भी एकत्र किए जा रहे हैं।

Must see: दमोह उपचुनाव के बाद सामने आने लगे रुझान
अनुसंधान एवं विस्तार के सीसीएफ एचसी गुप्ता ने बताया कि अहमदपुर नर्सरी में बीज और जैविक खाद स्टोरेज के लिए वल्र्ड बैंक के सहयोग से यूनिट बनाई गई है। यहां से पूरे प्रदेश में बीज भेजे जाएंगे। यहां प्रदेश के वनों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के वृक्षों सहित संकटापन्न प्रजातियों के बीजों को सहेजने के कदम उठाए जा रहे हैं।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x80pb79

ट्रेंडिंग वीडियो