भोपाल

राजधानी की जेल में गुंड़ों का राज! मुक्का मारकर सब इंस्पेक्टर के तोड़े 4 दांत

बीच-बचाव के दौरान कैदियों ने तीन-चार सिपाही को भी पीटा…
 

भोपालMar 06, 2018 / 09:40 am

दीपेश तिवारी

bhopal jail

भोपाल. जेल से न्यायालय पेशी कराने ले जा रहे कैदियों ने एक सब इंस्पेक्टर के साथ तीन-चार सिपाहियों पर हमला कर दिया। हमले में सब इंस्पेक्टर के चार दांत टूट गए और मुंह में गंभीर चोट आई है।
बीच-बचाव के दौरान कैदियों ने सब इंस्पेक्टर के साथ सिपाहियों के साथ भी मारपीट कर दी। मारपीट और हमले की वजह तलाशी लेना बताया गया है। तलाशी लेने पर हत्या के जुर्म में सजा काट रहा खूंखार कैदी विफर गया। यह घटना सोमवार सुबह गांधी नगर थाना क्षेत्र स्थित सेंट्रल जेल भोपाल की है। गांधी नगर थाना प्रभारी कुलदीप खत्री ने बताया कि सब इंस्पेक्टर विनोद पंथी पुलिस लाइन में पदस्थ हैं।
वह पुलिस लाइन से गार्ड लेकर सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे कैदियों की पेशी कराने के लिए सेंट्रल जेल पहुंचे थे। उनके साथ में 15 पुलिसकर्मी थे। पेशी ले जाते वक्त वह कैदियों की तलाशी लेने लगे। तलाशी लेने पर हत्या के जुर्म में सजा काट रहे एेशबाग निवासी सादाब नाम के कैदी ने विरोध किया। सब इंस्पेक्टर ने इसका विरोध जताया तो शादाब विफर गया और उसने सब इंस्पेक्टर विनोद पंथी पर हमला कर दिया।
मुंह में मार दिया सीधा मुक्का, टूट गए दांत

हमले के दौरान कैदी सादाब ने सब इंस्पेक्टर के मुंह में जोरदार मुक्का मार दिया, जिससे सब इंस्पेक्टर के चार दांत टूट गए और होंठ फट गया। इस बीच बचाव कराने आए सिपाही जितेन्द्र अनीत, बलराम, दिग्विजय और एएसआई पवन सेन पर कैदी सादाब के साथी फहीम, दानिश, अब्दुल नईम, शलमान और परवेज ने मारपीट कर दी।
यह घटना सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे जेल के अंदर की है। बताया गया है कि सादाब पहले भोपाल जेल में ही कैद था, लेकिन उसकी इन्हीं हरकतों के चलते उसे प्रशासनिक आदेश पर रायसेन जेल भेज दिया गया था। एक साल पहले ही वह फिर से भोपाल जेल में ट्रांसफर कराकर आ गया था। फिलहाल गांधी नगर थाना पुलिस ने सब इंस्पेक्टर विनोद पंथी की शिकायत पर मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा डालकर घोर उत्पत्ति कारित करने की धाराओं समेत एसटी-एससी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
 

 

जेल प्रबंधन ने इस घटनाक्रम की शिकायत गांधी नगर थाने में की है। हमले की वजह तलाशी लेना बताया गया है। हालांकि, कैदियों से तलाशी के दौरान कुछ मिला नहीं।
– पीडी श्रीवास्तव, जेलर, सेंट्रल जेल भोपाल
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