गौरतलब है कि पत्रिका ने 26 जुलाई को ‘बंद हो चुके स्कूलों में भी कर दी सीट आवंटित, 26 हजार बच्चों को प्रवेश नहीं, फिर होगी लॉटरी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर खुलासा किया था राज्य शिक्षा केन्द्र दूसरे चरण की लॉटरी करेगा।
आरटीई: पहले चरण के आंकड़े
: 2.23 हजार आवेदन आरटीई के तहत।
: 2.03 लाख प्रवेश के पात्र मिले।
: 1.77 लाख सीटें ऑनलाइन लॉटरी में आवंटित हुई।
: 26 बच्चे हजार सीट पाने से वंचित रह गए।
: 22 हजार बच्चे सीट आवंटन के बावजूद एडमिशन नहीं ले सके।
लॉटरी में प्रवेश से वंचित रह गए थे 26 हजार बच्चे
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले 26 हजार बच्चे ऑनलाइन लॉटरी के बाद प्रवेश से वंचित रह गए थे।
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में निशुल्क प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले 26 हजार बच्चे ऑनलाइन लॉटरी के बाद प्रवेश से वंचित रह गए थे।
वहीं 785 स्कूलों में किसी की ओर से विकल्प चयन न किए जाने से इनकी सभी सीटें खाली रह गई थी। इसके बाद एडमिशन को लेकर आई समस्याओं को भी देखकर राज्य शिक्षा केन्द्र ने आरटीई का पोर्टल फिर खोले जाने की घोषणा की थी।
ऐसे चलेगी प्रवेश प्रक्रिया
स्कूलों की च्वाइस फिलिंग- 27 अगस्त से 2 सितम्बर।
ऑनलाइन लॉटरी से सीट आवंटन- 4 सितम्बर।
स्कूल में एडमिशन एवं रिपोर्टिंग- 14 सितम्बर तक। इधर, शिक्षकों ने सद्बुद्धि गायन कर दी चेतावनी…
वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विवि में अतिथि शिक्षकों और प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद के 7वें दिन अतिथि शिक्षकों ने प्रबंधन के लिए सदबुद्धी गायन किया।
स्कूलों की च्वाइस फिलिंग- 27 अगस्त से 2 सितम्बर।
ऑनलाइन लॉटरी से सीट आवंटन- 4 सितम्बर।
स्कूल में एडमिशन एवं रिपोर्टिंग- 14 सितम्बर तक। इधर, शिक्षकों ने सद्बुद्धि गायन कर दी चेतावनी…
वहीं दूसरी ओर एक अन्य मामले में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विवि में अतिथि शिक्षकों और प्रबंधन के बीच चल रहे विवाद के 7वें दिन अतिथि शिक्षकों ने प्रबंधन के लिए सदबुद्धी गायन किया।
शिक्षकों ने सात सूत्रीय मांग को लेकर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा था, लेकिन किसी तरह का आश्वासन नहीं मिलने के बाद अतिथि विद्वानों ने मंगलवार को प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ यह गायन किया।
शिक्षकों ने मांगे पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी। ज्ञापन की एक प्रति मुख्यमंत्री कमलनाथ, शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष को डाक से भेजी।