रिजल्ट घोषित होने के बाद देर शाम ही सीएम शिवराजसिंह चौहान सोशल मीडिया पर सक्रिय हो उठे थे. उन्होंने ट्विटर पर लिखा- नगरीय निकाय चुनावों के पहले चरण में बीजेपी ने 11 में 7 नगर निगम, 36 में से 27 नगर पालिकाओं, 86 में 64 नगर परिषद पर विजय प्राप्त की है। आपके (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) नेतृत्व में देश का अभूतपूर्व विकास, विश्व पटल पर भारत का गौरव और मध्यप्रदेश की विकास की गति तेज हुई है, जिसे अपार जनसमर्थन मिल रहा है। इसके बाद सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर मप्र में बीजेपी की जीत के लिए शिवराजसिंह और राज्य की भाजपा सरकार को बधाई दी।
इधर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में बीजेपी की हार के बहाने सिंधिया पर तंज कसा. प्रियंका ने ट्वीट में लिखा- एमपी में नगर निकाय चुनावों में सराहनीय व साहसी प्रदर्शन के लिए मप्र कांग्रेस के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को बधाई। भाजपा सरकार के चौतरफा हमलों, धन-बल के बावजूद आपकी जी-तोड़ मेहनत ने ग्वालियर नगर निगम में 57 साल बाद व जबलपुर में 23 साल बाद कांग्रेस का झंडा गाड़कर इतिहास रच दिया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी ग्वालियर में कांग्रेस की जीत पर बधाई देने के साथ ही केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा। उन्होंने लिखा है— ग्वालियर नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की जीत से ज्यादा खुशी मुझे किसी और चीज में नहीं हुई। शानदार प्रदर्शन। भाजपा यहां 'क्रैश' होकर गिर गई है।
निकाय चुनाव परिणाम को लेकर AIMIM चीफ ओवैसी ने भी वीडियो पर अपना बयान जारी किया। ओवैसी ने कहा कि एमपी के अवाम ने AIMIM के उम्मीदवारों को अपनी मोहब्बत और दुआओं से नवाजा है। उन्होंने कहा— मैं आपका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा। मुझे एमपी में आने मौका मिला। हालांकि मैं इंदौर, खरगोन और रतलाम नहीं आ सका, आगे मैं यहां जरूर आऊंगा। आपने वोट भी दिया और मजलिस के प्रत्याशियों को कामयाब भी किया। AIMIM का एमपी में सियासी सफर शुरू हो चुका है।
इधर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हमने अच्छा प्रदर्शन किया. बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद से चुनाव जीता है. बुरहानपुर की हार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। हम पहले से ही कहते आ रहे हैं कि ओवैसी की पार्टी बीजेपी का समर्थन करती है। विधानसभा चुनाव से पहले यह खुलासा हो गया। लोगों को पता चल गया कि औवेसी की पार्टी किसके साथ और कहां खड़ी है।