पिछले वर्ष प्रदेश से 16 हजार से अधिक लोगों ने हजयात्रा के लिए आवेदन किया था। इनमें 70 साल से अधिक उम्र के लोग रिजर्व केटेगरी में आवेदन जमा करेंगे। आवेदन जमा करने के लिए 300 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क निर्धारित किया है। हज कमेटी के पदाधिकारियों के मुताबिक हर साल रजिस्ट्रेशन शुल्क के रूप में ये राशि ली जाती है।
ऐप के जरिए भी जमा हो सकेगा फार्म हजयात्रा के लिए हज कमेटी का ऐप डाउनलोड कर भी उम्मीदवार फार्म जमा कर सकेंगे। कमेटी ने एचसीओआई ऐप बनाया है। इसमें आवेदन करने में सुविधा होगी। पिछले वर्ष भी ऐप के माध्यम से फार्म जमा करने की सुविधा थी। इस ऐप में हज से जुड़ी हुई कई और जानकारी भी लोगों को मिल सकेगी।
70 साल से ज्यादा लोगों का बिना कुरऑ होगा चयन
ऐसे आवेदन जिनकी उम्र 70 साल या इससे अधिक है हजयात्रा के लिए उनका सीधा चयन होगा। इनके बाद जो सीटें बचेगी कुरऑ के जरिए उन सामान्य हज उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
पिछले साल करीब साढ़े पांच हजार ने की हजयात्रा हजयात्रा 2019 के दौरान प्रदेश से करीब साढ़े पांच हजार लोग हजयात्रा पर गए थे। ये आंकड़े पिछले पांच सालों में प्रदेश से हजयात्रा पर गए लोगों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले हज यात्रा के लिए कोटा कम मिला। आवेदकों की संख्या के मुकाबले कोटे की स्थिति को देखते हुए इस बार इसके और बढऩे की लोग उम्मीद लगा रहे हैं।
देशभर से जाते हैं डेढ़ लाख लोग हजयात्रा के लिए पूरे देश से करीब डेढ़ लाख लोग जाते हैं। इनमें सवा लाख स्टेट हज कमेटियों के माध्यम से जबकि 25 हज लोग प्राइवेट टूर एवं ट्रेवल्स ऑपरेटर्स के जरिए रवाना होते हैं। सेंट्रल हज कमेटी के जरिए सवा लाख का कोटे प्रदेशवार बांट जाता है।