अनुभा श्रीवास्तव ने कहा कि चरखा खादी उत्सव में देश की धरोहर एवं परिधान खादी को वर्तमान फैशन डिजायन के अनुरूप एक नवीन स्वरूप में आमजन के लिए उपलब्ध कराया गया है। विभिन्न 12 राज्यों के खादी ग्रामोद्योग, माटीकला एवं हस्तशिल्प की 110 इकाईयों द्वारा भाग लिया गया है।
उत्सव में आकर्षक एवं सुन्दर मलबरी, कोसा, सिल्क साड़िया, सूट, खादी साड़ियाँ, खादी वस्त्र, ऊनी शाल, समस्त प्रकार के खादी वस्त्र के लेडीज एवं जेट्स रेडीमेड गारमेंट्स, होम फर्नीशिंग, सजावटी सामग्री, माटीकला की कलात्मक एवं सजावटी सामग्री, जूट, बैतबांस, लकड़ी के फर्नीचर, चमड़े के बैग, बैल्ट पर्स, अगरबत्ती, शेम्पू सेनेटाईजर शुद्ध एवं प्राकृतिक मसाले, शहद, अचार, पापड़, आटा, बेसन, दलिया इत्यादि है।
उत्सव में जागरूकता के उद्देश्य से खादी धागों की कताई, खादी वस्त्रों की बुनाई विद्युत चलित चाक पर मिट्टी बर्तन निर्माण का कार्य, म.प्र.शासन की एक जिला एक उत्पाद योजनान्तर्गत भोपाल के लिए चयनित जूट सामग्री निर्माण एवं जरी जरदोजी कार्य का प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
खादी परिधान-शो 19 अक्टूबर को खादी वस्त्रों को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से 19 अक्टूबर, 2021 को भोपाल हाट परिसर में खादी परिधान प्रदर्शन (शो) का आयोजन किया जा रहा है। मेले में कबीरा खादी वस्त्रों पर 20+10+10 प्रतिशत एवं विन्ध्यावली ब्राण्ड उत्पादों पर 20+10 प्रतिशत डिस्काउंट दिया जा रहा है।
अनुभा श्रीवास्तव ने दीपावली पर्व और त्यौहारों के लिए स्वजनों एवं घर को सजाने के लिए किफायती दरों पर खरीददारी के साथ-साथ प्रतिदिन सास्कृतिक कार्यक्रमों के आनंद का सुनहरा अवसर का लाभ उठाने की अपील आमजन से की है।