प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (PEB) तथा स्वास्थ्य विभाग के बीच संविदा स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ANM) की भर्ती की काउन्सिंलिंग कई महीनों से अधर में लटकी है। इससे नाराज संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ANM) ने संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मेघसिंह और कार्यकारी अध्यक्ष अनूप पटेल के नेतृत्व में काउंसलिंग में शामिल नहीं किये जाने और शामिल किये जाने वालों का रिजल्ट अभी तक नहीं जारी करने का विरोध किया।
दांव पर लगा स्वास्थ्य विभाग में एएनएम की भर्ती एएनएम की 67 संविदा महिला एएनएम का भविष्य दांव पर लग गया है। प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) रिजल्ट में संशोन को तैयार नहीं है। इधर कुछ का रिजल्ट महीनों बाद भी जारी नहीं हुआ है। ऐसे में विभाग और एमपी आनलाइन एक-दूसरे पर गलती मढ़ रहे हैं। वहीं परेशान एएनएम कामकाज छोड़ रोज-रोज राजधानी के चक्कर काट रही हैं।
विभाग में 1798 एएनएम की भर्ती की जा रही है। इसमें पहले से संविदा पर कार्यरत एएनएम को भी शामिल किया गया है, जिन्हें अनुभव के 20 अंक बतौर बोनस दिए जाना है। इस परीक्षा का रिजल्ट पीईबी जुलाई में घोषित कर चुका है। इसमें 67 एएनएम की अंकसूची में बोनस अंक नहीं जोड़े गए हैं, जिससे उनकी मेरिट प्रभावित हो रही है।
एक-दूसरे पर लगा रहे आरोप अब विभाग के अफसर इस गड़बड़ी के लिए एमपी ऑनलाइन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उनका कहना है हमने संविदा एएनएम के अनुभव का डाटा उपलब्ध करा दिया था। एमपी ऑनलाइन ने इसे पीईबी को उपलब्ध कराने में लापरवाही बरती है। जबकि एमपी ऑनलाइन के अफसर कह रहे हैं कि विभाग ने जो डाटा दिया था, पूरा पीईबी को भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि विभाग ने संचालनालय और सभी जिलों के सीएमएचओ से संविदा एएनएम के अनुभव का डाटा मांगा था, लेकिन जिलों ने सभी एएनएम का डाटा ही नहीं भेजा।