थाना प्रभारी अमरेश बोहरे ने बताया बंजारी कोलार रोड निवासी 32 वर्षीय रजनीश तिवारी पिता विश्वनाथ तिवारी इंदौर स्थित एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी में प्रोजेक्ट हेड हैं। काम के सिलसिले में अकसर उनका भोपाल आना-जाना होता रहता है। 15 नवंबर को रजनीश कार से इंदौर जाने के लिए निकले। हलालपुरा बस स्टैण्ड पहुंचने पर वे पानी खरीदने लगे। तभी तीन व्यक्ति उनके पास पहुंच बोले कि हमें इंदौर जाना है, हमारे रिश्तेदार की हालत गंभीर है। बस में सीट नहीं मिली। हमें लिफ्ट दे देंगे तो बड़ी मेहरबानी होगी। तीनों पर तरस खाकर रजनीश ने उन्हें कार में लिफ्ट दे दी।
कट्टा अड़ा की मारपीट, मुंह में ठंूसा रुमाल
शाम करीब सात बजे उन्होंने फंदा टोल नाका पार किए ही था कि इनमें से एक ने रजनीश को कट्टा दिखाकर कार रुकवाई। दूसरे ने चाकू दिखाकर नीचे उतरवाया। इसके बाद तीनों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद कार अपने कब्जे में ले ली। इस दौरान एक आरोपी ने रजनीश के मुंह पर रुमाल ठूंस दिया। देर रात ढाई बजे आरोपी रजनीश को लेकर सावेर पहुंचे। जहां उसे डाटा केबल से एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उसके दोनों मोबाइल, दो अंगुठी, चेन और करीब दो हजार रुपए नकदी लूट लिए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कार लेकर भाग निकले।
शाम करीब सात बजे उन्होंने फंदा टोल नाका पार किए ही था कि इनमें से एक ने रजनीश को कट्टा दिखाकर कार रुकवाई। दूसरे ने चाकू दिखाकर नीचे उतरवाया। इसके बाद तीनों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद कार अपने कब्जे में ले ली। इस दौरान एक आरोपी ने रजनीश के मुंह पर रुमाल ठूंस दिया। देर रात ढाई बजे आरोपी रजनीश को लेकर सावेर पहुंचे। जहां उसे डाटा केबल से एक पेड़ से बांध दिया। इसके बाद उसके दोनों मोबाइल, दो अंगुठी, चेन और करीब दो हजार रुपए नकदी लूट लिए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी कार लेकर भाग निकले।
देवास पुलिस की मदद से मिली कार: जैसे-तैसे रजनीश ने अपने आपको छुड़ाया और अगले दिन इंदौर पहुंचे। इंदौर पुलिस ने रजनीश ने घटना के बारे में बताया। इस पर पुलिस ने कहा कि मामला भोपाल का है। इसलिए भोपाल में रिपोर्ट दर्ज होगी। रविवार को रजनीश भोपाल पहुंचे। उन्होंने कोहेफिजा थाने में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। थाना प्रभारी अमरेश का कहना कि आरोपियों के बारे में अहम सुराग लगे हैं। देवास पुलिस की मदद से कार मिल गई है। जल्द मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।