संस्था के जफर हसन ने बताया कि अब तक सैकड़ों बच्चों को इसका फायदा मिला। कई परिवारों को जानकारी न होने से वे योजना का लाभ नहीं ले पाते हैं। वर्षों से इन योजनाओं का लोगों को फायदा दिला रहे हैं। इस काम में शहर के कई युवा जुड़ हुए हैं। बच्चों को बेहतर तालीम दिलाने के लक्ष्य के साथ ये काम कर रहे हैं। इस दिशा में सेंट्रल लाइब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रतियोगी भी शामिल होते हैं।
आउटडोर गेम्स से जोड़ रहे बच्चों को स्कूल से घर और मोबाइल इंटरनेट के फेर में बच्चे आउटडोर गेम्स से दूर जा रहे हैं। इसका असर उनके स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। इसे देखते हुए राजधानी में कुछ यंग साइंस कम्युनिकेटर्स राजधानी और ग्रामीण इलाकों में बच्चों को इससे बचाने का प्रयास कर रही हैं। ये शहर के कई हिस्सों में काम कर रहे हैं। स्मार्ट फोन और इंटरनेट के ज्यादा इस्तेमाल के चलते बच्चों को कई तरह की परेशानियां होनी लगी हैं। आउटडोर गतिविधियां कम हो गई हैं। इन्हें फिर से बढ़ावा देने के लिए राजधानी के कई युवाओं ने एक मुहिम शुरू की है।
कई बच्चों को शिक्षा मुहैया कराने के लिए सरकार ने आर्थिक सहयोग की कई योजना चला रखी हैं। लोगों को इनकी जानकारी देकर पूरी प्रक्रिया बताते हैं। कई परिवार ऐसे मिले जिन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी। अब तक सैकड़ों बच्चों को फायदा मिला। – जफर हसन, सचिव मीकेप्स