आपको बात दें कि पूरे प्रदेश में सवर्ण समाज जोरदार प्रदर्शन कर रहा है। इनके इस प्रदर्शन का शिकार सिर्फ भाजपा ही नहीं बल्कि कांग्रेस पर भी पड़ रहा है। राजनीतिक पार्टीयों में दरार आ रही है। यही कारण है कि ग्वालियर के भाजपा सांसद प्रभात झा को भी काले झंडे दिखाए गए। साथ ही भाजपा के कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया। मध्यप्रदेश में इस आंदोलन ने जोर पकड़ा हुआ है। साथ ही वे पीएम मोदी व सीएम शिवराज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जा रही है।
आपको बता दें कि राजधानी भोपाल में गुरूवार को भारत बंद का असर देखने को मिला। बंद सर्मथकों ने सड़कों पर उतरकर आरक्षण का विरोध किया। उन्होंने नारेबाजी कर एससी एसटी एक्ट का विरोध किया। इस दौरान शहर की सभी दुकाने बंद थी। कुछ स्कूलों की भी छुट्टी घोषित कर दी गई। बसों के न चलने से यातायात व्यवस्था प्रभावित नजर आई।
आपको बता दें कि एससीएसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी गाइड लाइन को लेकर के बाद सरकार ने उसके विरुद्ध अध्यादेश जारी किया। जिसके बाद पूरे देश मे इस अध्यादेश के खिलाफ लोग सड़कों पर आए पहले सांसदों और अन्य नेताओं का विरोध किया और आज बन्द बुलाया। मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी सवर्ण समाज का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। विदिशा, राजगढ़, रायसेन, गुना, अशोकनगर, सीहोर में लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया।