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बिना अनुमति के भारत टॉकीज चौराहे पर सीएए, एनआरसी और एनपीए के विरोध में धरना-प्रदर्शन

locationभोपालPublished: Jan 20, 2020 01:39:42 am

Submitted by:

Sumeet Pandey

धारा-144 के बीच बैठे धरने पर, 48 घंटे बाद भी प्रशासन ने नहीं हटाया

बिना अनुमति के भारत टॉकीज चौराहे पर सीएए, एनआरसी और एनपीए के विरोध में धरना-प्रदर्शन

बिना अनुमति के भारत टॉकीज चौराहे पर सीएए, एनआरसी और एनपीए के विरोध में धरना-प्रदर्शन

भोपाल. भारत टॉकीज चौराहे पर पिछले 48 घंटे से बिना अनुमति के सीएए, एनआरसी और एनपीए के विरोध में धरना प्रदर्शन जारी है, लेकिन न तो पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर आपत्ति की और न ही प्रशासन ने उन्हें वहां से हटाया। ज्ञात हो कि 10 जनवरी से भारत टॉकीज सहित अन्य क्षेत्रों और चौराहों पर धारा-144 लागू है। मुख्य चौराहे पर हो रहे इस प्रदर्शन से आम जनता को परेशानी हो रही है, लेकिन इन्हें कोई हटाने को तैयार नहीं है। मामले में शहर एसडीएम जमील खान का कहना है कि धरने के संबंध में कोई अनुमति नहीं ली गई है।
अफसरों का दोहरा रवैया है: वीरानी
भाजपा जिलाध्यक्ष विकास विरानी ने कहा कि सरकार के सहयोग के साथ सुनियोजित तरीके से केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करवाए जा रहे हैं। कलेक्टर और डीआईजी की चुप्पी की वजह से वर्ग विशेष के शरारती तत्वों को शहर की शांति और सौहार्द के साथ खिलवाड़ करने का मौका मिल रहा है। विश्व हिंदु परिषद और बजरंग दल के नेताओं के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करना और वर्ग विशेष की तरफ से नजरें फेर लेना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का दोयम दर्जा दिखाता है।

सबको बात रखने का हक है: कैलाश मिश्रा
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने केंद्र के कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोगों का समर्थन किया है। मिश्रा ने कहा कि शहर के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर हर वर्ग को प्रदर्शन करने और अपनी बात रखने का अधिकार है। मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद बरसों से दबाकर रखी गईं भावनाएं अब खुलकर सामने आ रही हैं। केंद्र सरकार का कर्तव्य है कि वे कोई भी कानून लागू करने से पहले उस पर आम सहमति बनाए नहीं तो ऐसे प्रदर्शन रोके नहीं जा सकेंगे।

इस संबंध में हम लोगों से लगातार संम्पर्क में हैं, एसडीएम बात कर रहे हैं। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए काम कर रहे हैं। जल्द ही लोगों को समझाकर हटाया जाएगा।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर
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